फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पर नामांकन करने का मामला, प्रत्याशी सहित तीन पर केस दर्ज
- नगर परिषद वार्ड संख्या 8 का मामला, दिनभर बना रहा चर्चा का विषय
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद चुनाव को लेकर नामांकन का दौर खत्म हो गया है। वहीं नामांकन के अंतिम दिन वार्ड पार्षद पद के लिए हुए नामांकन में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनानें वाले रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनानें के आरोप में गिरफ्तार करते हुए प्रत्याशी सहित तीन लोगों पर केस दर्ज किया है।
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इस संबंध में प्रखंड सांख्यिकी अधिकारी प्रभात रंजन त्रिपाठी ने बख्तियारपुर थाना पुलिस को लिखित आवेदन देकर हिन्दूपुर वार्ड नं 8 निवासी दुखन मुखिया के पुत्र राजेश मुखिया, इसी वार्ड के बरहकुरवा निवासी दीपक पंडित के पुत्र राजेश पंडित उर्फ कपिलदेव एवं हिन्दूपुर टोला निवासी मुकेश कुमार मुखिया की पत्नी वार्ड पार्षद प्रत्याशी पुनम देवी को आरोपित करते हुए केस दर्ज कराया है।
क्या है मामला : घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार पुनम देवी वार्ड नं 8 से सोमवार को पार्षद पद के लिए नामांकन का पर्चा निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ अनीषा सिंह के समक्ष दाखिल किया। इस दौरान दाखिल नामांकन पर्चा में पुनम देवी ने अन्य कागजात के साथ अपने जन्म प्रमाणपत्र का प्रमाण पत्र भी संलग्न किया। वहीं उन्होंने अपने आधार कार्ड में जन्म तिथि के सुधार हेतू आवेदन पत्र समर्पित करने का प्राप्ति रसीद संलग्न की।
एसडीओ को हुआ शक तो बीडीओ को किया गया निर्देशित : जन्म तिथि का मामला में शक होने पर उन्होंने मामले में बीडीओ सिमरी बख्तियारपुर अमित कुमार को मामले की जांच का निर्देश दिया गया। इस मामले में बीडीओ व प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी प्रभात रंजन त्रिपाठी मिलकर जांच शुरू किया।
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सांख्यिकी पदाधिकारी ने नामांकन में लगाए गए जन्म प्रमाणपत्र का वेबसाइट एवं फोन से सदर अस्पताल सहरसा से जानकारी लिया तो प्रथम दृष्टया प्रमाणपत्र फर्जी होने की जानकारी मिली।
तत्काल लिया गया एक्शन : आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सांख्यिकी पदाधिकारी ने मामले की छानबीन किया जिसमें यह बात सामने आई कि राजेश मुखिया ने अपने भाई की पत्नी पुनम देवी को पार्षद पद से चुनाव लड़ाने के लिए जन्म प्रमाणपत्र बनानें के लिए बरहकुरवा निवासी राजेश पंडित उर्फ कपिलदेव से सम्पर्क किया। राजेश पंडित ने प्रमाणपत्र बनानें के लिए 15 सौ रूपए की मांग किया तो 12 सौ में मामला तय हुआ।
40 मिनट में प्रमाणपत्र बन आधार में सुधार के लिए किया गया आवेदन : राजेश पंडित उर्फ कपिलदेव ने 15 सितंबर को 10 बजकर 48 मिनट में जन्म प्रमाणपत्र बना कर ठीक 40 मिनट बाद 11 बजकर 27 मिनट में आधार कार्ड में जन्म तिथि सुधार के लिए आवेदन कर दिया।
बनानें वाले व बनवाने वाले गिरफ्तार : फर्जी जन्म प्रमाणपत्र की बात जब सामने आया तो अनुमंडल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रमाणपत्र बनानें वाले राजेश मुखिया एवं राजेश पंडित उर्फ कपिलदेव को उसके गांव से हिरासत में ले लिया। उसके बाद सांख्यिकी पदाधिकारी ने लिखित आवेदन बख्तियारपुर थाना को देते हुए हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्तियों को पुलिस हिरासत में सुपूर्द कर दिया गया।
क्या कहते हैं एसडीओ : नामांकन पत्र में शामिल जन्म प्रमाणपत्र फर्जी होने की शंका होने पर मामले की जांच बीडीओ से करवाई गई तो फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनानें के मामले का खुलासा हुआ। दो व्यक्ति को हिरासत में लेते हुए पुलिस को सुपुर्द कर केस दर्ज कराया गया है।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष : प्रखंड सांख्यिकी अधिकारी प्रभात रंजन त्रिपाठी के लिखित आवेदन पत्र एक महिला सहित तीन लोगों पर केस दर्ज करते हुए सुपुर्द किए गए दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में न्यायालय भेजा जा रहा है।
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