बार-बार सूद पर लिए रूपए को लेकर महाजन करते थे तंग तबाह
- बेहौशी की हालत में परिजन ले गए अस्पताल, एंबुलेंस से सहरसा ले जाने के दौरान रास्ते में हुई मौत
आनन फानन में मृतक का कर दिया गया अंतिम संस्कार
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) सूद पर महाजन से लिए कर्ज के रूपए लौटाने से असमर्थ व रूपए के लिए लगातार मिल रहे दबाव में आकर नगर परिषद क्षेत्र के सैनीटोला में एक 35 वर्षीय शख्स सदानंद ठाकुर ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया। वहीं मृतक के परिजनों ने आनन फानन में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार सदानंद ठाकुर गरीबी की वजह से परेशान रहता था। इधर उधर मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। इस बीच कई लोगों से सूद पर रूपए लेकर रखा था। बताया जा रहा है कि सूद पर लिए रूपए का कर्ज दिन व दिन बढ़ते जा रहा था। कर्ज देने वाले महाजन आए दिन तगादा करते रहता था।
कुछ दिनों से सैनी टोला के ही योगेन्द्र यादव उर्फ योगी ठीकेदार से लिए कर्ज के रूपए के लिए वह बार बार तगादा करते चले आ गया था। रविवार सुबह भी कर्ज के रूपए के लिए योगी ठीकेदार घर पहुंच तगादा करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है इससे पहले भी वह उसके बाद गाली-गलौज व मारपीट तक किया था।
रविवार सुबह तगादा बाद वह अपने घर से बाजार जाने के लिए निकला। कुछ देर बाद गांव में ही एक स्थान पर वह बेहौशी की हालत में देखा गया। आनन फानन में परिजनों ने सदानंद ठाकुर को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया। जहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति देख बेहतर इलाज के लिए एम्बुलेंस से सहरसा रेफर कर दिया । सहरसा ले जाए जाने के क्रम में रास्ते में उसकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने बताया कि योगी ठीकेदार रूपए के लिए बार बार तंग तबाह करते रहता था। उसका पति काफी टेंशन में कर्ज को लेकर रहता था। रविवार सुबह भी योगी घर पर आकर गाली गलौज किया था। उसके बाद ही उसका पति घर से निकला तो फिर घर उसका शव ही आया। मृतक सदानंद ठाकुर को दो पुत्र हैं जिसमें प्रियाशु का उम्र करीब 12 साल है जबकि छोटे पुत्र प्रिंस की उम्र 10 साल है। परिवार का एक मात्र कमाउ शख्स की मौत से दो बच्चों सहित पत्नी पर दुखों का पहाड़ टुट पड़ा है।