गिरे तिरंगे को उठा राष्ट्रगान किया गया पुरा, पाइप खोल पुनः लगाया गया झंडा
- आरजेडी नेता ने कहा तिरंगा व देश का हुआ है अपमान, विधानसभा में उठेगा मुद्दा
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : देश आज स्वतंत्र होने के 75 साल पुरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। अनुमंडल क्षेत्र में धुमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार को आजादी के 76 वीं स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के दौरान अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही देखने को मिला है।
जहां ध्वजारोहण में ध्वज का रस्सी खुल गया और तिरंगा लहरने के साथ ही गिर गया, जिससे देखते ही देखते वहां अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। इस बीच वहां मौजूद एक शख्स ने झंड़े को उठा पाइप में बांधने की कोशिश की लेकिन कोशिश नाकाम रही। इस दौरान शुरू हुए राष्ट्रगान को बिना तिरंगे लहरने के बाबजूद पुरा किया गया।
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अस्पताल परिसर में ध्वजारोहण के समय एसडीओ अनीषा सिंह, डीएसपी इम्तियाज अहमद, बीडीओ अमित कुमार, प्रखंड प्रमुख शबनम देवी, आरजेडी नेता अभय भगत, बीजेपी नेता रितेश रंजन सहित अनुमंडल के कई प्रशासनिक पदाधिकारी एवं चिकित्सक मौजूद थे। हालांकि ध्वजारोहण के साथ तिरंगे की रस्सी खुलने के बाद जब राष्ट्रगान पुरा किया गया उसके बाद कुछ लोगों ने पाइप को कड़ी मस्क़त के बाद खोल नीचे कर झंडे को रस्सी से बांध फहराया गया।
अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही लोग झंडोत्तोलन से पूर्व अभ्यास का हवाला देते हुए इसे तिरंगे का अपमान बता रहे हैं। लोगों ने अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अस्पताल प्रशासन के इस लापरवाही से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
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वहीं आरजेडी नेता प्रदेश महासचिव अभय भगत जो वहां मौजूद थे उन्होंने कहा कि ध्वजारोहण से पूर्व अभ्यास होता है। अभ्यास में सभी तकनीकी चीजों को देखा जाता है। लेकिन ध्वजारोहण के दौरान हुए इस घटना से प्रतीत होता है कि अस्पताल प्रशासन ने ध्वजारोहण से पूर्व कोई भी अभ्यास नहीं किया और ना ही ध्वजारोहण के दौरान मुकम्मल व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल उपाधीक्षक 15 साल से यहां जमें हुए हैं। इनका दिमाग भसिया गया है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ये देश का अपमान है। वरीय अधिकारियों के समक्ष ये अपमान हुआ है इस पर पदाधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए। हमलोग इस लापरवाही को विधानसभा में उठाने का काम करवाएंगे। ऐसे पदाधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण ही तिरंगे का अपमान हुआ है।
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इस संबंध में पूछे जाने पर अस्पताल उपाधीक्षक डा. एन के सिन्हा ने कहा कि अचानक रस्सी की डोर खुल गई। जिसके कारण ऐसा हुआ लेकिन पुन: उसे बांध दिया गया। जानबूझकर ऐसा नहीं किया गया है।
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