1976 में पूर्वी तटबंध के बाहर ढ़ाई सौ फीट चौड़ा व सैकड़ों एकड़ रकवा किया गया था अधिग्रहण
- जदयू किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव ने एसडीएम को मामले से कराया अवगत
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : पूर्वी कोसी तटबंध के बाहर बांध निर्माण के बाद सीपेज व वर्षा पानी निकासी के लिए सरकार ने ड्रेनेज निर्माण के लिए किसानों से ढ़ाई सौ फीट चौड़ाई में सैकड़ों एकड़ जमीन भू-अर्जन किया था।
करीब 45 साल से अधिक बीत जाने के बाद अभी भी उस अर्जित जमीन का भू-लगान किसान सरकार को देने को मजबूर हैं। इस संबंध में जदयू किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव सिमरी बख्तियारपुर निवासी विद्यानंद सिंह ने एक पत्र एसडीओ को प्रेषित कर इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई है।
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प्रदेश महासचिव विद्यानंद सिंह बताते हैं कि यह बहुत बड़ी विडंबना है कि तटबंध के बाहर का पानी निकासी के लिए ड्रेनेज का निर्माण के लिए सरकार ने रैयतों से जमीन अधिग्रहण किया लेकिन उस जमीन का रकवा किसानों के जमाबंदी से ख़ारिज नहीं किया गया जिसका नतीजा है कि आज भी किसान अर्जित जमीन का भू लगान देते चले आ रहे हैं।
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उन्होंने बताया कि सलखुआ अंचल अन्तर्गत कटघड़ा मौजा, थाना नं 33 में ड्रेनेज निर्माण के लिए किसानों से 43.82 एकड़ जमीन अर्जित किया गया था लेकिन आज भी यहां के किसान भू-लगान देते चले आ रहे हैं यह बहुत बड़ी विडंबना है। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ सलखुआ प्रखंड का नहीं है बल्कि पुरे ड्रेनेज क्षेत्र का इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस मामले को विभागीय वरीय अधिकारियों से लेकर मंत्री तक को अवगत कराएंगे।
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