दिए गए चावल बोरी का वजन है कम, फोर्टीफाइड चावल वितरण योजना हवा हवाई साबित
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर आईसीडीएस के द्वारा लाभुको को टीएचआर में अरवा चावल सप्लाई किया है। लेकिन सुखा राशन लेने वाले लाभुक अरवा चावल लेने से साफ मना कर रहा है। जिस वजह से कई केंद्रों पर लाभुक सुखा राशन में अरवा चावल लेने से इंकार कर रहे हैं।
चावल भी कम होने का लगाया आरोप : स्कूल में 6 वर्ष से ऊपर के बच्चे को चाहे वो प्राथमिक विद्यालय में है या मध्य विद्यालय उन्हें उसना चावल दिया जा रहा है। लेकिन आंगनवाड़ी केंद्रों पर इस बार तीन माह का अरवा चावल ही उपलब्ध कराया गया है। मंगलवार को जब आंगनवाड़ी केंद्रों पर लाभुको के बीच उसना चावल दिया जाने लगा तो लाभुक ने साफ चावल लेने से मना कर दिया।
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यही नहीं कई सेविका का कहना है को जो बोरा अरवा चावल आंगनवाड़ी केंद्र को दिया गया है वो चावल भी कम है। 50 किलो की बोरा कहकर दिया गया है, लेकिन कोई भी बोरा 35 से 40 किलो से ज्यादा नही है। जिससे वितरण करने में परेशानी होती है। कई बार लाभुकों से चिखचिक भी हो जाती है।
फोटफोर्टीफाइड चावल आंगनबाड़ी केंद्र पर सप्लाई की सरकार की योजना हो गयी हवा-हवाई : बिहार सरकार के कल्याण विभाग के द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर गर्भवती, धात्री, कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चे को पोषण हेतु फोर्टीफाइड चावल देने की सरकार की योजना हवा-हवाई हो गया है। स्थिति ये है की फोर्टीफाइड की तो बात दूर, घटिया अरवा चावल उपलब्ध कराया गया है। जिस कारण लाभुकों के द्वारा इसे लेनेे से इंकार किया जा रहा है।
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