पंचायत चुनाव की रंजिश में हुई हत्या, सुपारी किलर सहित दोनों पूर्व मुखिया गिरफ्तार
- सुपाड़ी किलर के साथ सहरसा से भागने की हो रही थी तैयारी, अब तक हथियार नहीं हुआ है बरामद
सहरसा/भार्गव भारद्वाज : सहरसा जिले के सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के खजुरी पंचायत के वर्तमान मुखिया रंजीत साह हत्याकांड का सहरसा पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। इस मामले में पंचायत के दो पूर्व मुखिया रंजीत यादव एवं जीवन पौद्दार सहित सुपारी किलर दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो अपराधी अभी फरार चल रहे हैं। जिन की भी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इस संबंध एसपी ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी साझा कि है। एसपी ने बताया कि शुक्रवार देर शाम बैजनाथपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत खजूरी गांव पंचायत के मुखिया एवं सपहा गांव वार्ड नंबर 16 निवासी सुरेंद्र प्रसाद साह के 32 वर्षीय पुत्र रंजीत साह हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया गया है। उनकी हत्या में शामिल मुख्य साजिशकर्ता खजूरी गांव निवासी स्व भूपेंद्र यादव के पुत्र एवं राजद से निष्कासित नेता रंजीत यादव की गिरफ्तारी हो गई है।
वहीं बीते कुछ दिन पूर्व जेल से जमानत पर बाहर निकले लक्ष्मीनिया गांव निवासी राजेंद्र यादव के अपराधी पुत्र दीपक यादव की भी गिरफ्तारी हो गई है। उन्होंने ही मुखिया की हत्या के लिए सुपाड़ी ली थी। साथ ही रंजीत यादव और दीपक यादव एक ही गाड़ी से सहरसा से भागने का प्रयास कर रहे थे। इस मामले में पूर्व मुखिया जीवन पौद्दार की भी गिरफ्तारी हुई है।
उन्होंने बताया कि रंजीत साह, मुखिया चुनाव में जीत हासिल किया था। वही उक्त चुनाव में रंजीत यादव के समर्थित उमीदवार एवं खजूरी गांव, वार्ड नम्बर 9 निवासी जीवन पोद्दार मात्र 34 मत से चुनाव हार गए थे। वे डीलर थे। दोनों में कड़ी टक्कर हुई थी। लेकिन 34 वोट से जीवन पोद्दार की हार हो गई थी। उनकी यह हार रंजीत यादव को नागवार गुजरा था। जिसके बाद से ही वर्तमान मुखिया और रंजीत यादव में अदावत चली आ रही थी।
बीते 26 जनवरी को भी उक्त दोनों अपराधियों ने मुखिया को जान से मार देने की धमकी दिया था। जिसके बाद मौका मिलते ही उनकी हत्या करवा दी गई। मुखिया की हत्या के बाद उनकी पत्नी के द्वारा मामला दर्ज कराया गया था। जिसके 24 घंटे के अंदर तीन अपराधकर्मी की गिरफ्तारी कर ली गई है। गिरफ्तार तीनों अपराध कर्मियों का अपराधिक इतिहास भी रहा है। सभी के द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात भी स्वीकारी गई है।
साथ में उन्होंने पुलिस के पूछताछ में अपने अन्य सहयोगियों का भी नाम बताया है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। बहुत जल्द उनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि मुखिया को काफी नजदीक से दो गोली मारी गई। जिनसे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यहां बताते चलें कि रंजीत यादव आरजेडी के चर्चित चेहरे में गिने जाते हैं विधानसभा चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी लवली आनंद के विरुद्ध चुनाव लडने का बिगुल फूंक चुनावी मैदान में आ गए।
हालांकि चुनाव वो हार गए लेकिन आरजेडी प्रत्याशी लवली आनंद के विरुद्ध चुनाव लड़ने की वजह से पार्टी ने उन्हें छः वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। उसके बाद हुए पंचायत चुनाव में भी रंजीत यादव समर्पित जीवन पौद्दार की हार हो गई। वर्तमान में वो पंचायत के राजनीतिक में सक्रिय नजर आने लगे थे। रंजीत साह की हत्या में रंजीत यादव का नाम सामने आने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं।
मालूम हो कि खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार साह की शुक्रवार देर शाम अज्ञात अपराधियों ने सहरसा-पूर्णिया रेलखंड पर खजुरी ढाला के पास गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसके बाद जिले के सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र की खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार साह के शव को बैजनाथपुर चौक पर रख ग्रामीणों और परिजनों ने शनिवार की सुबह सभी मार्गों को जाम कर प्रदर्शनकारी हत्यारे की गिरफ्तारी और मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे। करीब 18 घंटों तक जाम व प्रदर्शन चला। जो बाद में समाप्त हुआ।
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