हत्या के प्रयास का मामला था दर्ज, चुपके-चुपके कर रहा था शादी, पुलिस को लग गई भनक
  • दूल्हे की गलती का मिला सजा, अधूरी रह गई दुल्हन की ख्वाहिश

ब्रजेश भारती : सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा)। इन दिनों बिहार में शराब से लेकर बदमाशों को खोजने के लिए बिहार पुलिस का शादी विवाहों में रेड मारना चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इन रेडों को लेकर बिहार में राजनीति चरम पर है। इस तरह के कार्रवाई पर सत्ता पक्ष व विपक्ष के अपने अपने तर्क है।

ऐसा ही एक मामला बिहार के सहरसा जिले से सामने आया है जहां एक दुल्हे को आधी रात में शादी के मंडप से गिरफ्तार कर हवालात भेज दिया गया है। जैसे ही पुलिस ने दूल्हे को गिरफ्तार किया, रिश्ते-नाते के लोगों में हड़कंप मच गया। बहुत आरज़ू मिन्नत के बाद भी पुलिस आरोपी दुल्हा को गिरफ्तार कर ले आई, उधर मंडप पर बैठी दुल्हन की सारी ख्वाहिश अधूरी रह गई। हालांकि इस बीच गनीमत रही कि तब तक दुल्हन का सिन्दूर दान हो चुका था।

उपरोक्त मामला बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सरडीहा पंचायत के सकरौली गांव का है। दुल्हे की गिरफ्तारी सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के मनौरी गांव से हुई है। वही दुल्हन की मां न्याय की गुहार लगाने बख्तियारपुर थाना पहुंची। जहां थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने आगे की प्रक्रिया के लिए न्यायालय जाने की बात कही।

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार सकरौली गांव निवासी स्व. सरयुग साह के पुत्र बख्तियारपुरपुर थाना कांड संख्या 41/22 के आरोपी उदय कुमार साह पर जमीन विवाद में गोलीमार एक महिला को जख्मी कर देने से संबंधित दर्ज किया गया था। इस घटना से संबंधित गोली चलाते वीडियो मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पुलिस केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दिया था।

सास पहुंची बख्तियारपुर थाना लगाने गुहार

सोनवर्षा राज के मनौरी गांव में हो रही थी शादी : आरोपी दुल्हा उदय साह सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के मनौरी गांव में शादी के लिए बकायदा बारात लेकर बड़े आरमान से शादी के लिए पहुंचा। इस बीच इस बात की भनक बख्तियारपुर पुलिस को लग गई, उसने सोनवर्षा राज पुलिस के सहयोग से शादी के मंडप से आरोपी दुल्हा को उठा लिया।

हत्या के प्रयास का आरोपित है दूल्हा : दरअसल, गिरफ्तार दूल्हा पर हत्या का प्रयास का आरोपी है। इसी माह के 6 फरवरी को सकरौली गांव निवासी अंजू देवी को जमीन विवाद में कमर में गोली मार दी गई थी। इस वारदात में कई लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। इस कांड में दूल्हा अविनाश कुमार भी प्राथमिकी अभियुक्त था। उदय साह घटना के बाद से फरार चल रहा था। उसकी तलाश पुलिस को तभी से थी। लेकिन पुलिस की गिरफ्त से वो बाहर था।

सकरौली से बारात मनौरी गई थी : पुलिस को सूचना मिली कि उदय शादी कर रहा है। बारात पर पुलिस की नजर जम गई। बारात मनौरी गांव पहुंच गई, वर माला हो गया उसके बाद शादी की रस्में शुरू हो गई, जैसे ही सिन्दूर दान होने के बाद आगे की रस्में कि जा रही थी पुलिस की धमक मंडप पर हो गई, वहां मौजूद सभी लोगों में हड़कंप मच गया। पुलिस आरोपी को हिरासत में ले लिया।

मंडप से ही सीधे पहुंच गया हवालात : सेहरा पहने उदय शादी के मंडप से देखते ही देखते हवालात पहुंच गया। बख्तियापुर थानाध्यक्ष इन्स्पेक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि उदय शादी करने के लिए मनौरी गांव गया हुआ है। एसआई महेश कुमार रजक एवं पतरिंग पासवान को पुलिस बलों के साथ गिरफ्तार के लिए निर्देशित किया गया। सोनवर्षा राज पुलिस के सहयोग से आरोपी उदय कुमार को गिरफ्तार आवश्यक पुछताछ उपरांत न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।