भूमि विवाद बना नासुर, बड़ा सवाल कब सुलझेगा सहरसा में जमीनी विवाद
सहरसा / भार्गव भारद्वाज : सहरसा सहित पुरे सुवे में जमीनी विवाद नासुर बन कर रह गया है। ऐसा कोई दिन नहीं है जब इस विवाद के कारण लड़ाई झगड़े से लेकर खुनी संघर्ष नहीं देखने को मिला रहा हो। सरकार स्तर पर इस दिशा में कोई ठोस व कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा जिसकी वजह से यह दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है।
ताज़ा एक मामला सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सोनवर्षा कचहरी ओपी क्षेत्र के वार्ड नम्बर 09 में शनिवार की दोपहर भूमि विवाद के कारण दो पक्षों में लड़ाई देखते देखते रणक्षेत्र में बदल गया। जहां पूर्व से चल रहे जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के दो दर्जन से अधिक लोगों के बीच जमकर लाठियां , रॉड और ईंट-पत्थर चलने लगे। इस हिंसक झड़प में दोनों ही ओर से एक दर्जन से अधिक महिला-पुरुष और बच्चे घायल हुए। जिसकी सूचना पर सोनवर्षा ओपी अध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंचे। जिसके बाद मारपीट रुक गई।
सभी घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया। वही पुलिस जांच में जुट गई है। एक पक्ष के तरफ से जहां 5 से अधिक महिला-पुरूष और बच्चे घायल हुए। वही दूसरे पक्ष के 7 लोगों से अधिक लोगों के घायल होने की बातें बताई जा रही है। एक पक्ष से ललन साह और उनके परिजन तो दूसरे पक्ष से सिकंदर शाह के परिजन लाठी , डंडे , रॉड और ईंट-पत्थर चला रहे थे।
दोनों पक्षों के बीच रास्ते को लेकर वर्षो से विवाद चल रहा है। कई शिकायतें भी अंचल से लेकर थाना तक में पड़ने की बातें बताई जा रही है। लेकिन निदान कहीं से भी नहीं हुआ। ऐसे में शनिवार को विवाद जानलेवा हो गया। दोनों पक्ष उग्र हो गए। अगर उनलोगों के द्वारा पूर्व के दिए गए शिकायत पत्र पर कोई सकारात्मक प्रशासनिक पहल होती। तो शायद यह माजरा देखने को नहीं मिलता।
सोनवर्षा कचहरी ओपी अध्यक्ष शुशील मरांडी ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है। बयान दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। दोनों पर ही मामला दर्ज होगा।