अपर मुख्य सचिव को भेजी जाएगी रिपोर्ट, हरी झंडी मिलने के बाद आगे का होगा कार्य
  • सलखुआ प्रखंड के डेंगराही घाट पर भी पीपा पुल निर्माण की उठ सकती है मांग

ब्रजेश भारती : सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) प्रखंड के घोघसम घाट पर पीपा पूल का निर्माण होगा। जिलाधिकारी आनंद शर्मा के नेतृत्व में उनकी टीम ने बुधवार को निरीक्षण किया। जिलाधिकारी की मानें तो रिपोर्ट तैयार कर आरसीडी के अपर मुख्य सचिव को भेजी जाएगी, वहां से हरी झंडी मिलने के बाद आगे के कार्य को किया जाएगा। हालांकि घोघसम घाट पर पीपा बनने की दिशा में कार्य प्रगति पर है तो सलखुआ प्रखंड के डेंगराही घाट पर भी पीपा पुल निर्माण की मांग उठ सकती है ऐसी संभावना जताई जा रही है।

खैर, जिलाधिकारी जब सोमवार को तटबंध पर निरीक्षण को निकले थे तो उन्हें बलुआहा पुल के बाद लोगों के आवागमन के लिए साधन नहीं दिखा था। हमने देखा कि बहुत बड़ी जनसंख्या नदी के उस पार रहती है। जिसका एक मात्र साधन ये चचरी पुल है। जिससे साइकिल या बाइक से आ जा सकते है। कही कोई उस पार बड़ी समस्या हो जो चार पहिया से ला नहीं सकते है। उन्होंने अपनी टीम को निर्देश दिए थे। टीम ने मात्र 24 घंटे में एक एनलाइसिस दिया। जिस पर स्वयं जिलाधिकारी आनंद शर्मा बुधवार को स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि अपर मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजी जा रही है। वहां से निर्देश मिलने के बाद काम आगे की प्रक्रिया शुरु होगी।

निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ सिमरी एसडीओ अनीषा सिंह, आरसीडी के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार, सिमरी बख्तियारपुर सीओ कृष्ण कुमार सिंह के अलावा महिषी सीओ, पूल निर्माण के कनीय अभियंता एवं पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता मौजूद थे।

मुख्य कोसी नदी में तीन अलग खंड में बना है चचरी पुल : वर्तमान समय मे घोघसम घाट स्थित मुख्य कोसी नदी में तीन तीन खंड ने चचरी पुल बना है। मुख्य घाट से लगभग 200 मीटर पानी मे चचरी बनने के बाद नदी सूखी है। फिर वहां से लगभग 200 मीटर दूर कोसी नदी में दूसरी चचरी पूल बना है। फिर तीसरा चचरी पुल आगे कुछ दूरी पर बना है। एक चचरी से दूसरी चचरी के बीच जो सुखी जमीन है, जहा फिलहाल पानी का बहाव नही है वहा ईंट सोलिंग किया जाएगा। चूंकि सूखी जगह पर बालू ही बालू रहने से आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही है। डीएम ने इस दौरान पूरी स्थिति को बारीकी से देखा फिर समीक्षा किया।

चचरी पुल के दक्षिण दिशा में बनेगा पीपा पुल : घोघसम घाट पर अभी वर्तमान जगह जहां पर चचरी पुल बना है, उससे लगभग 20 फिट दक्षिण दिशा में पीपा पूल का निर्माण होगा। चूंकि तटबन्ध से नदी तक सुरक्षा बांध बना है। जो सुरक्षा बांध पुल से जुड़कर एप्रोच बनेगा। मुख्य कोसी नदी में इस समय जहा तीन स्थानों पर चचरी पूल बना है उसी समकक्ष पीपा पूल का भी निर्माण होगा। राजनपुर बाजार की तरह से सुरक्षा बांध के रास्ते सीधे लोग पीपा पूल पर जाएंगे, उन्हें पुल तक जाने सड़क होकर जाएगा वही नदी के पार से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से सड़क बन रही है, जो सीधे उससे जुड़ जाएगी।

दो प्रखंड़ के 7 पंचायत के 70 हजार आबादी को होगा सीधा लाभ : घोघसम घाट मुख्य कोसी नदी में अगर पीपा पूल बन जाता है तो कोसी नदी के अंदर रहने वाले सिमरी बख्तियारपुर एवं महिषी प्रखंड़ के 7 पंचायत के 70 हजार आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड़ के घोघसम, कठडूमर, धनुपुरा एवं बेलवाड़ा जबकि महिषी प्रखंड के राजनपुर पंचायत के 9 वार्ड, सिरवार-वीरवार पंचायत के 5 वार्ड एवं नहरवार पंचायत के 01 वार्ड के 25 हजार आबादी जबकि सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड़ के चार पंचायत के लगभग 46 हजार आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।

चार माह ही चल पाएगी पुल, नदी में पानी बढ़ा तो फिर होगी परेशानी : पीपा पूल नदी में तैरती रहती है। पानी मे ज्यादा तेज बहाव नही हो तो पूल बेहतर कार्य करेगी। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल चंद्रयान के सहायक अभियंता सुबोध चौधरी ने बताया कि कोसी नदी में मार्च के बाद अप्रैल से पानी बढ़ना शुरू हो जाता है। अगर कोसी नदी में पानी बढ़ना शुरू हुआ तो जाहिर सी बात है कि पानी मे तेज बहाव होगा, तब शायद ही पीपा पुल ठीक से कार्य करे।

फिर जब अगस्त में पानी का बहाव कम होगा तो फिर पीपा पुल अच्छा कार्य करने लगेगा। इस दौरान सिमरी सीओ कृष्ण कुमार सिंह, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार, सहायक अभियंता रजनीश कुमार, कनीय अभियंता रामधनी राम, अनिल कुमार, अजय कुमार, पूल निर्माण के कनीय अभियंता संजय कुमार साथ थे।

डेंगराही घाट में भी पीपा पुल की उठ सकती है मांग : जैसा की पहले भी देखा गया है कि तटबंध के अंदर दो स्थानों डेंगराही घाट एवं घोघसम घाट पर पुल की मांग उठती चली आ रही है। वर्तमान में दोनों स्थानों की समस्या एक जैसी है ऐसे में एक जगह पीपा पुल का निरीक्षण होने पर दुसरे जगह के लोगों में निराशा होना लाजिमी है ऐसे में दुसरे जगह के लोग यहां भी पुल निर्माण की दिशा में कार्य करने की मांग कर सकते हैं।

दोनों स्थानों पर पुल निर्माण के लिए हो चुका है अनशन : सलखुआ प्रखंड के डेंगराही घाट में पुल के लिए 17 दिनों का अनशन एवं घोघसम घाट पर पुल के लिए जल सत्याग्रह हो चुका है। डेंगराही में बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार एवं घोघसम में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव के पहल पर आन्दोलन समाप्त हुआ था।

योजना का हो गया औचक निरीक्षण, स्पष्टीकरण का निर्देश : जिलाधिकारी द्वारा घोघसम घाट पर पीपा पुल निर्माण की संभावना को लेकर निरीक्षण के दौरान एक सड़क के समय सीमा पर निर्माण कार्य नहीं होने पर स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया है। घोघसम घाट के पश्चिम दिशा में घोघसम घाट योजना का नाम टीजीरो-3 से खर्रा मुसहरी वीआर 38 तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का कार्य समय से पूरा नहीं होने स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया है। बोर्ड में सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ की तिथि 15 मार्च 2018 एवं समाप्ति की तिथि 14 मार्च 2019 था।