सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को सरजमीं पर लाना पहली होगी प्राथमिकता : अनीषा सिंह
  • बड़ा कठिन डगर है नवपदस्थापित एसडीओ के लिए बिचौलिया प्रथा व कमीशनखोरी को समाप्त करना

ब्रजेश भारती : सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) – सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल कार्यालय में मंगलवार शाम को 19 वें अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में नवपदस्थापित एसडीओ अनीशा सिंह ने योगदान दिया। वहीं स्थानांतरित एसडीओ वीरेंद्र कुमार का भावभीनी विदाई समारोह आयोजित कर दी गई।

एसडीओ अनीषा सिंह, सिमरी बख्तियारपुर

इससे पूर्व एसडीओ वैश्म में नवपदस्थापित व निवर्तमान एसडीओ के बीच पदभार आदान प्रदान का कार्य कागजी प्रक्रिया पूरी कर की गई। अनीषा सिंह इससे पूर्व बक्सर जिले में अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी व वरीय उपसमाहर्ता (नजारत) के पद पर कार्य कर चुकी है। वो सिमरी बख्तियारपुर के 19 वें एसडीओ के रूप में पहली महिला के रूप में पदभार ग्रहण की है।

पदभार ग्रहण करती नवपदस्थापित एसडीओ

इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए नवपदस्थापित एसडीएम अनीषा सिंह ने कहा कि सबसे पहले अपने प्रखंडों को विजिट कर जाएगा लूंगी। उन्होंने कहा कि जितनी भी सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है उसे शत प्रतिशत धरातल पर उतारना उनकी प्राथमिकता होगी। यू तो सभी कार्य उनके प्राथमिकता में शामिल हैं।

विदाई समारोह में नवपदस्थापित व निवर्तमान एसडीओ

इसके बाद वैश्म के बरामदे पर आयोजित विदाई समारोह की शुरुआत दैनिक जागरण के वरीय संवाददाता एकराम आलम के उद्घोषण में शुरू हुआ। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यहां से स्थानांतरित होकर बक्सर जिले में पंचायती राज पदाधिकारी के रूप में गए निवर्तमान एसडीओ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि यहां ढाई साल के कार्यकाल में मैं सिमरी बख्तियारपुर के आम और अवाम को भूल नहीं सकता हूं। यहां जो मुझे प्यार मिला है उसका कायल रहूंगा।

 

उन्होंने कहा कि यहां के लोग बड़े अच्छे हैं। सामाजिक कार्य से लेकर कोरोना काल जैसे समय में भी अनुमंडल प्रशासन को बढ़-चढ़कर सहयोग किया। उन्होंने कहा कि स्थानांतरण स्वभाविक प्रक्रिया है। लेकिन जहां का सामाजिक वातावरण अच्छा रहता है यह स्थान सदैव याद आते हैं। उन्होंने मीडिया के संबंध में कहा कि वो हमेशा प्रशासन के लिए आईना दिखाने का काम करते हैं। हमेशा वो प्रशासन का सहयोग करते चले आ रहे हैं जो अच्छा कार्य है।

मौके पर सलखुआ के अंचलाधिकारी श्याम किशोर यादव, शिक्षाविद् सुदर्शन कुमार गौतम, अजीत कुमार, मो. तारिक, रौशन पासवान, सुमन सिंह मुखिया, विजय कुमार भीएस, मो. अकबर, सौरभ भगत, श्रवन भगत, चंदन कुमार, बिक्रम कुमार, मो. मसरूर आदि सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।

बड़ा कठिन डगर है पनघट की : 22 सितंबर 1992 को सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल बनाने के बाद श्रीमती अनीषा सिंह पहली महिला एसडीओ के रूप में यहां पदस्थापित हुई है। इससे पहले 18 एसडीओ यहां पदस्थापित हो चुके हैं। नवपदस्थापित तेज-तर्रार एसडीओ के लिए बड़ा कठिन डगर है यहां पनघट की।

कमीशनखोरी खत्म करना चुनौती : नवपदस्थापित एसडीएम के लिए सबसे बड़ी चुनौती जनवितरण प्रणाली सिस्टम में दीमक की तरह समा चुके कमीशनखोरी को समाप्त कर गरीबों को शत प्रतिशत उसके लाभ से लाभान्वित करना होगा।

बिचौलिया प्रथा का अंत : नवपदस्थापित एसडीओ के लिए दुसरी सबसे बड़ी चुनौती बिचौलिया प्रथा को समाप्त करना होगा। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एसडीओ वैश्म से लेकर आवास तक कुकुर की तरह वफादारी दिखाने वालों को अलग थलग करना बड़ी चुनौती होगी। चुंकि ये लोग कमीशनखोरी को बढ़ावा देकर भ्रष्टाचार प्रकाष्ठा पार कर जाते हैं बदनामी अप्रत्यक्ष रूप से एसडीओ जैसे गरिमामय पद हो जाता है। अब देखने वाली बात होगी कि आगे क्या परिवर्तन होता है या फिर पुराने ढर्रे पर यू ही कारवां चलता रहेगा।