वीडियोग्राफी जांच में कई अनियमिताएं आई सामने, सभी पंचायत नियोजन इकाई कागजात के साथ किए गए तलब
- हरिवंश मध्य विद्यालय एवं हाई स्कूल में 12 जुलाई को हुई थी पंचायत शिक्षकों की काउंसिलिंग
ब्रजेश भारती : सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में पंचायत शिक्षक नियोजन काउन्सलिंग में जमकर सेटिंग-गेटिंग के आधार पर हुए खेल का पोल खुलता नजर आ रहा है। बीडीओ द्वारा प्रथम दृष्टया वीडियोग्राफी व कागजात की हुई जांच में कई अनियमितताएं सामने आने के बाद उन्होंने प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत शिक्षक नियोजन इकाइयों को 24 घंटे के अंदर सभी कागजातों के साथ तलब किया है।
बीडीओ द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 12 जुलाई को हरिवंश मध्य विद्यालय एवं हाई स्कूल में पंचायत शिक्षक नियोजन इकाइयों द्वारा अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की गई थी। इस काउन्सलिंग में की गई वीडियोग्राफी एवं कागजात के मिलान में कई अनियमिताएं सामने आई है जिसके बाद इसकी जांच नए सिरे से करने की जरूरत है। ऐसे में सभी पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई 24 घंटे के अंदर नियोजन से संबंधित आवेदन पत्र पंजी, रोस्टर पंजी, मेधा सूची सहित सभी तरह के कागजात के साथ प्रखंड कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया।
कम प्रतिशत वालो का किया गया नियोजन : सिमरी बख्तियारपुर में 12 जुलाई को हुई पंचायत शिक्षक नियोजन काउंसलिंग में जमकर धांधली हुई थी। इसका उदाहरण है कि प्रखंड क्षेत्र के एक पंचायत में 45 प्रतिशत मेधा अंक वाले अभ्यर्थी का नियोजन किए जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है। जबकि 60 से 70 प्रतिशत से ऊपर वाले अभियार्थी अपना नाम पुकारे जाने के इंतजार में दिन भर दो स्कूलों का चक्कर लगाते नजर आए थे।
जानकार बताते हैं कि हरिवंश मध्य विद्यालय के एक पंचायत नियोजन इकाई के द्वारा तो कमाल ही कर दिया गया। यहां माइक, साउंड तो लगा था, लेकिन जब काउन्सलिंग हुई तो तार को ही तोड़ कर हटा दिया। वीडियोग्राफी में ये दिखाया गया कि माइक पर तो बोला जा रहा है, लेकिन लाउडस्पीकर से आवाज बाहर नही जा रही है। ऐसे अनेकों कारनामें सामने आने की संभावना बढ़ गई है।
3 से 5 लाख में सीटों को माफियों ने किया था बुकिंग : प्राप्त जानकारी के अनुसार सिमरी बख्तियारपुर पंचायत शिक्षक नियोजन के लिए शिक्षा माफियाओं ने शिक्षक नियोजन इकाइयों से मिलीभगत कर अपने चहेते अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने के लिए तीन से लेकर पांच लाख रूपए का सौदा किया था। कुछ तो शत प्रतिशत सफल भी हो गए लेकिन कहीं हंगामे के कारण संभव नहीं हो सका।
हंगामा के बाद धनपुरा में दुसरे का हुआ था काउंसलिंग : 12 जुलाई को हुए शिक्षक नियोजन की एक बानगी उस वक्त देखने को मिली थी जब धनपुरा पंचायत में 68 प्रतिशत मेधा अंक वाले अभ्यर्थी का काउंसलिंग कर लिया गया था लेकिन 72 प्रतिशत वाले इधर उधर भटक रहे थे। नियोजन इकाई लेट से आने का बहाना बना कर टहला दिया था। हालांकि मीडिया कर्मी एवं बीडीओ के हस्तक्षेप बाद 72 अंक वाले का काउंसिलिंग की गई थी।
सही से हुई जांच तो कई पंचायत शिक्षक नियोजन की बहाली हो जाएगी रद्द : जिस प्रकार से शिक्षा माफियाओं ने शिक्षक बहाली में खेल किया है अगर सही से पंचायत बार खुले तौर पर जांच हुई तो कई पंचायत शिक्षक नियोजन बहाली रद्द हो सकती है। अब देखने वाली बात होगी कि नए पदस्थापित बीडीओ अमित कुमार इन शिक्षा माफियाओं को सही जांच कर औकात दिखाते हैं या फिर जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर इतिश्री कर देते हैं।
प्रखंड नियोजन की नए सिरे से हो रही जांच : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड शिक्षक नियोजन 6 से 8 वर्ग का आवेदन से लेकर मेधा सूची की नए सिरे से जांच बीडीओ की देखरेख में प्रखंड आईबी सभागार में चल रही है। इस कार्य के लिए नए शिक्षकों को लगाया गया है। यहां बताते चलें कि पंचायत शिक्षक नियोजन में जारी मेधा सूची में कई तरह के विसंगतियों सामने आई थी। कई अभ्यर्थियों के अंक से लेकर केटेगरी सहित कई खामियों की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसके बाद इसी माह होने वाले प्रखंड शिक्षक नियोजन की जांच की जा रही है।