नप के छत पर डस्टबिन सहित अन्य समान है रखा हुआ, नगर प्रशासन उदासीन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : नगर पंचायत सिमरीबख्तियारपुर में नगर पंचायत द्वारा किस तरह जनता के पैसे की बर्बादी हो रहा है, अगर देखना है तो नगर पंचायत में आकर देख ले। नगर प्रशासन, सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते मनमाने ढंग से राशि खर्च कर रहा है। अगर इनकी जांच किया जाए तो कई बड़ा गबन का मामला सामने आयेगा।
क्या है मामला – नगर पंचायत के लोगो को घर से गिला एवं सूखा कचरा उठाने के लिये हर घर मे दो दो डस्टबिन दिया गया। इस डस्टबिन में लोगो को गिला एवं सूखा कचरा डालना है। डोर टू डोर कचरा उठाने वाले घर घर जाकर इन कचरा को एकतत्र कर इसे खाद बनाने वाले बने पीट ने डालना है।
जानकारी के अनुसार नगर पंचायत में लगभग 6600 परिवार है। इन सभी परिवार को दो दो डस्टबिन देना है। लेकिन कई डस्टबिन नगर के लोगो को नही देकर नगर पंचायत कार्यालय के छत पर कई महीने से रखा खराब हो रहा है। सवाल ये है कि अगर जरूरत नही था तो फिर डस्टबीन की खरीद क्यो किया गया।
जब अगर डस्टबिन की लोगो को जरूरत थाये तो फिर वितरण क्यो नही किया गया। इनके अलावे कचरा उठाने वाले दर्जनों कचरा उठाने वाला ट्रॉली भी छत पर पड़ा है। नगर पंचायत क्षेत्र में साफ़ सफाई की क्या स्थिति यह किसी से छिपी हुई नहीं है। मधेपुरा जैसे नगर परिषद के लिए 19 रूपए साफ सफाई पर खर्च होते हैं वहीं 15 वार्ड के सिमरी बख्तियारपुर में 14 लाख प्रतिमाह साफ सफाई पर खर्च होता है यह सोचनीय प्रश्न है।
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