महागठबंधन दलों ने निकाला विरोध मार्च, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

सहरसा : केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए कृषि बिल के विरोध में शुक्रवार को महागठबंधन दलों ने विरोध मार्च निकाला। विरोध मार्च में शामिल राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई एम तथा भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन कर डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।

हालांकि बिहार बंद का सहरसा में कोई असर नहीं दिखा। अन्य दिनों की तरह सभी दुकानें खुली थी और बाजार में चहल पहल बनी रही। महागठबंधन दलों से जुड़े नेता व कार्यकर्ता जिला परिषद प्रांगण से विरोध मार्च निकाल शंकर चौक ,डीबी रोड, थाना चौक,वीर कुंवर सिंह चौक होते समाहरणालय गेट पहुंच सरकार विरोधी नारे लगाए।

वहीं इन लोगों ने राष्ट्रपति से देश के करोड़ों किसानों के हित को देखते हुए कृषि बिल वापस लेने के लिए मांग कर रहे थे। महागठबंधन के सभी दल के नेता और कार्यकर्ता ने एक स्वर से बिल का विरोध और सरकार के किसान विरोधी नीतियों का जमकर विरोध करते हुए कहा कि गठबंधन के तमाम लोग इस बिल को वापस लेने की मांग करते हैं क्योंकि इस बिल के पास होने से पूरे देश के किसान मजदूर भयभीत और आक्रोशित हैं।

किसान को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। महंगाई चरम सीमा पर है। बेरोजगार नौजवान लाचार हैं। बिहार के लाखों मजदूर पलायन कर रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गयी है। सरकारी अस्पताल में गरीबों को कोई देखने वाला कोई नहीं है। दवाई की समुचित व्यवस्था नहीं है।

खेती को अमीरों के हाथों गिरवी रखने का कानून है कृषि बिल : सलखुआ में किसान बिल के विरोध में शुक्रवार को सलखुआ बाजार में जाप व सीपीआई कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। जाप प्रखंड अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्र की मोदी सरकार के कृषि विधेयक का जमकर विरोध किया है।

उन्होंने इसे खेती को अमीरों के हाथों गिरवी रखने वाला क़ानून बताया है। कृषि विधेयक के खिलाफ बिहार बंद के आह्वान पर सलखुआ बाजार में जन अधिकार पार्टी एवं सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। बंद समर्थकों के द्वारा सलखुआ बाजार में भ्रमण कर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस मौके पर जाप प्रखंड अध्यक्ष संजय यादव, प्रदेश छात्र नेता विक्की कुमार, सीपीआई अंचल मंत्री उमेश चौधरी, इंदल चौधरी, मुन्ना यादव, डब्लू कुमार, श्यामसुंदर यादव, रोशन कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।

धरने के बाद माकपा के सदस्यों ने बीडीओ को सौंपा 7 सूत्री ज्ञापन : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड मुख्यालय के बरामदे पर शुक्रवार को भाकपा कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल के विरोध में धरना दिया। वहीं प्रदर्शनकारियों के शिष्टमंडल ने जिला कार्यकारणी सदस्य राजकुमार चौधरी की अध्यक्षता में सात सूत्री मांगों का ज्ञापन बीडीओ मनोज कुमार को सौंपा।

ये भी पढ़ें : सहरसा : आवश्यक वस्तु अधिनियम (संसोधन) बिल के विरोध में कांग्रेसियों ने फुंका पीएम का पुतला

धरना को संबोधित करते जिला कार्यकारणी सदस्य राजकुमार चौधरी ने अपने सात सूत्री मांगों में सरकार से किसान विरोधी बिल वापस लेने की मांग, बासगीत पर्चा भूमिहीनों को जल्द देने, राशनकार्ड में हो रही धांधली में सुधार, प्रधानमंत्री आवास में धांधली जैसे सरडीहा पंचायत में जरूरतमंद लोगों का नाम काटने की जांच, सोनपुरा पंचायत में कौशल कुमार आवास सहायक द्वारा लाभुक का पैसा दूसरे खाते में भेज देने की जांच कर आवास सहायक पर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।

कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस सदस्यों ने मशाल जुलूस निकाला : केन्द्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि बिल के विरोध में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत जिला युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर शाम मशाल जुलूस निकाल कर विरोध जताया।

युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन के नेतृत्व कार्यकर्त्ताओं ने स्थानीय गंगाजल चौक से थाना चौक, डीबी रोड़ होते हुए शंकर चौक तक मशाल जुलूस निकाला कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।

ये भी पढ़ें : सहरसा : कोसी नदी के भीषण कटाव से आधा दर्जन घर विलीन, स्कूल पर खतरा

युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन ने कहा कि कर्ज के बोझ में डूबे या फिर संसाधनों के अभाव में भारतीय किसानों का हालात पहले से ही बदतर है और केन्द्र सरकार के द्वारा किसानों के कर्ज माफी और किसानों के हितों में योजना बनाने के बजाए ऐसा बिल लाया गया जो किसानों के अधिकार और उसके स्वतंत्रता पर प्रहार है। जब तक बिल वापस नहीं होगा तब तक विरोध जारी रहेगा।