बिहार के बाहर से आए लोगों को सेंटर में भोजन पानी की गई व्यवस्था
- लॉकडॉउन तोड़ने पर मिली सज़ा तो जरूरतमंद मरीज को एसडीओ ने दवा खरीद कर पहुंचाया
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में सम्पूर्ण लॉकडॉउन किया गया है इस बीच बिहार के बाहर रहने वाले बड़ी संख्या में लोग घरों को चल दिए, जिसको जो साधन हुआ वह उसी प्रकार गांव पहुंचने लगे।
इस बीच सरकार ने ऐसे लोगों पंचायत स्तर पर आइसोलेशन वार्ड तैयार कर उसमें रखने व खाने पीने की व्यवस्था की है। मंगलवार को सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार, डीएसपी मृदुला कुमारी, एएसडीएम अश्विनी कुमार ने प्रखंड क्षेत्र में बनाएं गए आइसोलेशन सेंटर का जायजा लिया।
निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम सरडीहा पंचायत के मध्य विद्यालय सकरौली में बनें आइसोलेशन वार्ड पहुंच ठहरे लोगों से पूछताछ किया। पंचायत के मुखिया सुमन कुमार सिंह ने एसडीओ को बताया कि लोगो को ठहरने का पूरा इंतजाम है। यहां रह रहे लोगों ने भी बताया कि हमलोगों को कोई दिक्कत नही है।
उसके बाद मध्य विद्यालय खजुरी में पहुंच वहां का जायजा लिया गया वहां एक कमरा में चार बेड तो लगा था, लेकिन एक भी बाहर से आए लोग मौजूद नही थे। मुखिया अरुण यादव ने बताया कि पंचायत की तरफ से व्यवस्था है, लेकिन अभी तक एक भी लोग नही है। जैसे ही कोई आता है उसे यहां रखा जाएगा।
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इसी तरह मध्य विद्यालय सोनपुरा में लगभग 17 लोग ठहरे हुए थे। सभी लोगों ने बताया कि हमलोग ठीक है। इसी तरह कोसी तटबन्ध के अंदर के एक ग्रामीण ने बताया कि मध्य विद्यालय धनुपरा में लगभग 25 लोग ठहरा हुआ है।
लॉकडॉउन तोड़ने को मिली सजा : जायजा लेने के क्रम में सड़क पर लॉकडॉउन का पालन नहीं करने वाले बाइक सवार को प्रशासन की ओर सजा दी गई बीच सड़क कान पकड़ उठक बैठक कराया गया और चेतावनी देते हुए दोबारा नियम का पालन करने का हिदायत दी गई।
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एसडीओ ने दवा खरीद दिया मरीज को : लॉकडॉउन की वजह से लोग घरों से नही निकल रहें हैं ऐसे में बघवा पंचायत के गोपालपुर निवासी मनी मोहन झा को एसडीओ ने दवा खरीद चपरांव चौक पर दिया। मनी मोहन झा ने बताया कि उसका बेटा दिल्ली में एम ओ आफिस में सेक्शन ऑफिसर है हमने उसको चल रहे दवाई खत्म होने की बात कही थी।
पुत्र ने सहरसा जिलाधिकारी को मेल कर पिता की आवश्यकता बताई थी जिस पर डीएम ने इस बात की जानकारी एसडीओ को दिया तो तत्काल एसडीओ साहब दवा मंगवा कर उसे दिए। हालांकि दवा का रूपए एसडीओ को देने पर इंकार करते हुए कहा कि कभी एक कप चाय आपके यहां जरूर पीउंगा।
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