शव पहुंचा गांव, परिजनों सहित ग्रामीणों में शोक की लहर,कई ने जताया शोक

सबौर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी भागलपुर में पाया था प्रथम स्थान

एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गया हुआ था गुजरात, स्कूटी से ट्रक की चपेट में आने हुआ हादसा

सहरसा से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के बलवाहाट बाजार निवासी योगेन्द्र गुप्ता का होनहार पुत्र रौशन कुमार का गुजरात में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। 
खबर मिलने पर परिजनों सहित गांव वालों में शोक की लहर दौड़ गई है। वही ताबूत में बंद मृतक का शव गुरुवार को गांव पहुंचा है। ग्रामीणों की भीड़ होनहार छात्र के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा है। हर कोई इस हादसे के संबंध में चर्चा कर रहे हैं। 

मृतक छात्र भागलपुर स्थित सबौर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अध्ययनरत था कुछ दिनों बाद उनका जॉब भी लगने वाला था। वह एग्रीकल्चर परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
शव के पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। उसकी मां कलावती देवी सूचना मिलने के बाद से ही बदहवास थीं। वह बार-बार कह रही थी कि हमरा सं कोन गलती भेलै हौ दिनकर-दीनानाथ। आब के हमर लहास के कनहा देतै। आब केकरा मुंह देख के जीबै हौ दैबा।

पिता की आंखें भी बार-बार नम हो जाती थीं। इधर बीएयू कैंपस में भी दिन भर उसकी चर्चा होती रही। 
रोशन अपने माता-पिता का होनहार पुत्र था। उसने कृषि विवि, सबौर में एग्रीकल्चर की परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया था। वह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गुजरात गया हुआ था। जहां किसी काम से बाहर जाने के बाद अपने एक शिक्षक के साथ स्कूटी से वापस कार्यक्रम स्थल पर लौटने के क्रम में रास्ते में ही ट्रक की ठोकर से उसकी मौत घटनास्थल पर हो गयी। 
सूचना परिवार को मिलते ही परिवार के लोगों को सदमा लगा। ग्रामीण नितिन गुप्ता ने बताया कि उसने अपनी पढ़ाई के बल पर ही कृषि विश्वविद्यालय में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। ऐसे छात्र के आकस्मिक निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। आज गुरुवार को गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। शोक व्यक्त करने वालों में आशीष अग्रवाल, अभिषेक गुप्ता, सुनील गुप्ता, जवाहर गुप्ता, राधेश्याम आदि शामिल हैं।