सहरसा इस छठी वर्ग की निर्धन छात्रा अचानक चली गई दोनों आंखों की रौशनी


मीडिया में आई खबर के बाद लोजद ने उठाई इलाज की जिम्मेदारी, जल्द दिल्ली जाएगी रूपम


सहरसा से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


इस निर्धन छात्रा रूपम का जीवन गरीबी के बाबजूद सही चल रहा था। पढ़ाई के बाद बचे समय में सिलाई कटाई कर अपने पढ़ाई का खर्च निकाल आगे पढ़ने की ललक के बीच सब कुछ सामान्य चलने के क्रम में एक दिन अचानक उसकी इस रंगीन दुनिया अचानक उजड़ गई। उसके दोनों आंखों की रौशनी अचानक खत्म हो गई। 

यह कहानी है सहरसा जिले के सत्तरकटैया प्रखंड के पुरीख पंचायत के निवासी प्रमोद शर्मा की पुत्री रूपम कुमारी की। अचानक पांचवी से छठे वर्ग में प्रवेश के बाद जैसे उसकी आंखों की रौशनी खत्म हुई मानों गरीबी का अभिशाप के बीच एक अोर दुख का पहाड़ उसके जीवन में आ गया।


गरीब प्रमोद स्थानिय स्तर पर उसको डाक्टरों से दिखाया लेकिन यहां इलाज एक तो संभव नहीं था उपर से इलाज में गरीबी आरे हाथों आने के बाद वह घर बैठ इसे ही नियति का लिखा समझ छोड़ दिया। 

इस बात की जानकारी स्थानिय नेता सहित मीडिया को जब लगी तो इस बेटी की मदद की गुहार शुरू हुई। लोजद नेता प्रवीण आनंद ने इस मामले को आगे लाने का काम किया। इस बीच स्थानिय मीडिया से इस बेटी की मदद के लिए मुहीम चला खबर को प्रमुखता से जगह दी। 


इसके बाद लोजद के संस्थापक सह वरीय राजनेता शरद यादव के संज्ञान में बात जाने के साथ इस बेटी की जिंदगी में खुशी लौटने की आशा जगने लगी है। 

लोजद नेता प्रवीण आनंद के आवास पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में लोजद नेता प्रदेश उपाध्यक्ष रितेश रंजन, प्रवीण आनंद, प्रियंका आनंद सहित अन्य ने जानकारी देते हुए कहा कि शरद यादव ने इस बेटी के इलाज की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया है। जल्द इसको दिल्ली इलाज के लिए भेजा जाएगा।