आकर्षक निकली भव्य शोभायात्रा यात्रा, बलहाडीह में लगा मेला


सहरसा से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


सहरसा जिले के बलहाडीह गांव में दो दिवसीय श्री श्री 108 बाबा गणिनाथ गोबिंद की 86 वीं जयंती समारोह की शुरुआत की गई।

वही इस मौके पर सहरसा के कला भवन से एक आकर्षक शोभायात्रा झांकी निकाली गई जो आकर्षण का केंद्र बनी रही। सुबे के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने शोभायात्रा झांकी को हरि झंडी दिखा रवाना किया। इस मौके पर मंत्री ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बाबा गणिनाथ के जीवन को आत्मसात करने की जरूरत है। तभी समाज का कल्याण होगा। 


झांकी में बाबा गणिनाथ की आदमकद तस्वीर को एक अश्व वाहन पर आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इसके अलावे कई अन्य देवी देवताओं का रूप धारण कर लोग शामिल थे। इस अवसर पर शोभा यात्रा मार्ग पर पानी, शरबत, मिठाईयां, आइसक्रीम, नाश्ते की पैकेट, लस्सी एवं पानी की व्यवस्थाएं जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा की गई थी। जयंती समारोह पर निकली शोभा यात्रा व झांकी शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए वापस बलहाडीह पहुंची। शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की लंबी कतार करीब दो किलोमीटर तक लगी रही। भव्य झांकी मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद धर्म सभा एवं समारोह में परिवर्तित हो गई।

वही मंदिर परिसर में आयोजित समारोह का उद्घाटन  सूर्या क्लीनिक के डायरेक्टर प्रसिद्ध सर्जन डाक्टर विजय शंकर, बिहार वैश्य सभा के प्रदेश अध्यक्ष रवि रंजन गुप्ता, कानू सभा के प्रदेश महासचिव गणेश साह, जयंती समारोह के मध्यदेशीय वैश्य महासभा के जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद साह ने संयुक्त रुप से समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया।


इस अवसर पर डॉक्टर विजय शंकर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपने समाज में प्रतिभा की कमी नहीं है। युवाओं को अगर शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन दिया जाए, तो इस समाज के मेधावी बच्चों का विकास होगा बच्चों के पहचान कर उसे आर्थिक मदद दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर की समुचित विकास में तन, मन धन से सदैव एक कदम आगे रहूंगा। प्रदेश अध्यक्ष रवि रंजन ने कहा कि सहरसा के इस समाज की बिहार में अपनी एक अलग पहचान कायम की है। आज एकता की बदौलत भव्य मंदिर के साथ हम एक समाज के लोग एक जगह उपस्थित हुए हैं। यह गर्व की बात है।

वही कानू सभा के प्रदेश महासचिव गणेश साह ने कहा कि आज जरूरत है, इस समाज को उच्चतर शिक्षा की। अभिभावक अपने बच्चों को कष्ट सहकर भी अपने बच्चों को पढ़ाएं। अध्यक्ष मोहन प्रसाद साह ने आगंतुक अतिथियों को माला एवं शाल ओढ़ाकर स्वागत करते कहां की आज मंदिर का आधारभूत निर्माण का पहला चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में मंदिर को प्लास्टर रंग रोगन टाइल्स आदि लगाकर  सजावट एवं भव्यता का रुप दिया जाना बाकी है।  उन्होंने कहा कि  मंदिर निर्माण में  समय-समय पर  श्रद्धालुओं ने सहयोग किया उसके लिए सदा आभारी हैं। वही रात में भजन संघ्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस समारोह का मंच संचालन  सुनील सम्राट ने किया। समारोह में  सहरसा, सुपौल मधेपुरा एवं पटना के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। जयंती समारोह सह शोभा यात्रा में बाबा गणिनाथ परिवार के  कोषाध्यक्ष कैलाश साह, सचिव संजय कुमार, अरूण कुमार, नरेश साह, अशोक साह, बृजमोहन साह, हरेराम साह, गोपाल साह, कृष्णमोहन साह, रामनरेश साह, राजकिशोर गुप्ता, संजय कुमार, संतोष कुमार लडडू, सुनील सूर्या, बिपिन गुप्ता, खगेश कुमार, योगेश्वर साह, अमित गुप्ता, टुनटुन साह, मनोज मिलन, सुनील कुमार, सुभाष, सुरेन्द्र, चन्द्रववशु,  दीपक कुमार साह, मिथिलेश साह, दिनेश साह आदि लगे रहे।