दिल्ली एनसीआर व यूपीएससी,सी-सेट आंदोलन में सक्रिय भूमिका के बाद सहरसा में अब छात्र हीत के लिए करेंगे हल्ला बोल


सहरसा जिला यूथ कांग्रेस के जेनरल सेक्रेटरी बनाने पर लोगों ने दी बधाई


सहरसा से सहयोगी संवाददाता की रिपोर्ट :-


आज से करीब दो दशक पूर्व सहरसा जिले के राजनीति में एक नाम सितारों की तरह जगमग करता था वह नाम था अशोक कामेश का। सुबें में राजद का शासन में अशोक कामेश की सत्ता पर मजबूत पकड़ किसी से छुपी नहीं थी। कहरा जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र से वे पार्षद भी चुने गए।राजद के जिलाध्यक्ष की कई वर्षों तक कमान के बीच अचानक स्वास्थ्य की समस्या ने इस दुनिया से उन्हें विदा कर दिया।

आज करीब 15 वर्षों बाद उसी अशोक कामेश के पुत्र अनुप उर्फ मृणाल कामेश ने सहरसा की राजनीति में कदम रखा है वह भी कांग्रेस पार्टी के यूथ कांग्रेस के बैनर तले छात्र राजनीति में।


इस माह के 08 अगस्त को सहरसा जिला यूथ कांग्रेस के संगठन चुनाव में जिलाध्यक्ष की कमान सुदीप कुमार सुमन के साथ जेनरल सेक्रेटरी की बागडोर मृणाल कामेश को सौंपा गया है। 


इससे पूर्व अनुप दिल्ली के एनसीआर में एनएसयूआई के बैनर तले छात्र हीत में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं वहीं यूपीएससी एवं सी सेट आन्दोलन में वहां के छात्रों के साथ मिलकर अपनी मजबूत छाप छोड़ चुके हैं।

इस संवाददाता के साथ विशेष बातचीत में मृणाल कहते हैं पापा की राजनीति कर्मभूमि सहरसा रही है इसलिए मैं भी यहां से अपनी राजनीतिक सफर की दुसरी मंजिल की शुरुआत करने आ गया हूं। पापा के अधुरे सपने को पंख देने के लिए युवा सोच के बीच छात्र राजनीति से यहां शुरूआत कर रहा हूं यह कारवां आगे बढ़ता चलेगा। 


मृणाल के सहरसा की राजनीति में पर्दापण करने पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार, प्रदेश महासचिव राजा राजेश,पटना जिलाध्यक्ष बिट्टू यादव,लोजद के जिला अध्यक्ष धनिक लाल मुखिया,एनएसयूआई के सहरसा जिलाध्यक्ष विराज कश्यप,अमित कन्हैया, सन्नी सहित परिवारिक सदस्य सच्चिदानन्द यादव, अखिलेश यादव ने बधाई दी।