ओपीध्यक्ष पर लगाया 162 फीट कांवर यात्रा आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं के साथ देर रात आफिस में घुस दुर्व्यवहार करने का आरोप


डीएसपी ने दिया कार्यवाही का आश्वासन तो हटाया गया जाम


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


प्रखंड क्षेत्र के सिमरी बख्तियारपुर-बरियाही एनएच 107 को बलवाहाट चौक के समीप ग्रामीणों ने शनिवार सुबह जाम कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी किया। 

बांस बल्लों से सड़क मार्ग को अवरूद्ध कर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि देर रात बलवाहाट चौक स्थित बाबा मटेश्वर धाम से निकलने वाले 162 फीट कांवर यात्रा के आयोजन समिति कार्यकर्ताओं के साथ देर आफिस में धुस कर ओपीध्यक्ष पंचलाल यादव ने गाली गलौज किया साथ ही आफिस में रखे समानों को इधर उधर फेंक वहां से भगा दिया।

इसी बात को लेकर आक्रोशित आयोजन समिति के कार्यकर्ता मुन्ना भगत, शिवेंद्र पौद्दार,दुलार चन्द्र ठाकुर, विनोद साह, विकास कुमार, फुलेश्वर यादव,राजू गुप्ता, अरूण यादव सहित बड़ी संख्या में स्थानिय लोगों ने सुबह से ही बलवाहाट चौक पर इक्कठा होना शुरू हो गया करीब आठ बजे सुबह इस चौक के पुल के समीप सड़क मार्ग को अवरूद्ध कर वहीं पर धरना पर बैठ जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया। 

ओपीध्यक्ष को अविलंब यहां से हटाने एवं किए गए दुर्व्यवहार की माफी मांगने सहित अन्य मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी होती रही। 


जाम की सुचना पर सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मृदुला कुमारी, अंचलाधिकारी धर्म देव चौधरी सहित सोनवर्षा राज थानाध्यक्ष इजहार आलम,बनमा-इटहरी ओपीध्यक्ष प्रभाष कुमार सहित सलखुआ, बख्तियारपुर थाना पुलिस वहां पहुंच स्थिति पर नजर रखने लगी। करीब 11 बजे डीएसपी मृदुला कुमारी ने प्रदर्शन कर रहे लोगों के एक शिष्टमंडल को वार्ता के लिए बलवाहाट ओपी पर बुलाया। 

शिष्ठमंडल ने डीएसपी को रात के घटित घटना से अवगत कराया। लोगों का कहना था कि ओपीध्यक्ष ने देर रात जिस प्रकार का काम किए हैं वह काफी निंदनीय है। अगर वहां दारू शराब का सेवन किया जा रहा था तो वे उनलोगो को गिरफ्तार क्यों नहीं किए। 

लोगों का साफ कहना था कि ओपीध्यक्ष दुर्व्यभावना से रात में तीन तीन बार आफिस में रेड किए जो काफी चिंतनीय है चुंकि 162 फीट कांवर यात्रा आयोजन एक विश्व रिकॉर्ड की ओर अग्रसर है ऐसे में एक विशेष पक्ष के लोगों के ईसारे में आकर इस प्रकार का कृत्य गलत है। 

डीएसपी ने सभी लोगों की बातों को सुन इस पर जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद करीब तीन घंटों के जाम बाद आवागमन शुरू किया गया।