बाहर सुत्री मांगों में सेविका को 18 तो सहायिका को 9 हजार रूपये वेतन देने की बात


सहरसा से सहयोगी संवाददाता की रिपोर्ट :-


मंगलवार को सहरसा में आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका संघ ने अपनी बारह सूत्री मांगों को लेकर जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय गेट पर जमकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया।

सैकड़ों की संख्यां में जुटी सेविका – सहायिका ने सुपर बाजार से मार्च निकालते हुए कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रही सेविका – सहायिकाओं की मुख्य मांग थी की उन्हें नियमित किया जाय एवं सेवा नियमित होने तक राज्य सरकार, केंद्र सरकार द्धारा देय मानदेय के अतिरिक्त सेविका को 18000 तथा सहायिका को 9000 भुगतान किया जाय। साथ ही वर्षो से लंबित मानदेय का भुगतान किया जाय एवं ऑनलाइन मानदेय भुगतान प्रक्रिया को मजबूत करते हुए ससमय मानदेय भुगतान हो।


संघ की अध्यक्षा गुड़िया देवी ने कही कि यह प्रदर्शन सरकार के ध्यान आकृष्ट करने के लिए किया गया है सरकार के द्वारा इतने कम रुपये में हमारा पेट नहीं भर रहा है हमें मानदेय नहीं हमें वेतन चाहिए। सरकारी कर्मियों की तरह ही हमारा वेतनमान होना चाहिए।

वहीं रीता देवी ने कहा कि हमारी मांगों में सेविका सहायिका को समान काम समान वेतन की व्यवस्था लागू करने के अलावे एवं सेविका व सहायिका के पद का सरकारीकरण सहित 12 सुत्री मांगें है। इन्होंने कही कि हमलोगों को मजदूर का भी दर्ज़ा नहीं दिया जाता है अभी 3750 सौ रुपये में काम कर रहे हैं जबकि मजदूरों को भी 350 रुपये दैनिक भुगतान के अलावे चाय-नाश्ता दिया जाता है। जबकि हमलोगों को 8 बजे सुबह से लेकर एक बजे तक केंद्र चलाते है। 


वही इसके अलावे टीकाकरण, स्वास्थ्य समिति की बैठक हो या फिर पोलियो,जन्म मृत्यु के साथ अन्य कई कार्य सेविका से लिया जाता है। इस प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी देने आये हैं कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जाता तो वो लोग भी सरकार के विरूद्ध हल्ला बोल शुरू कर देगी। इस प्रदर्शन में ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में सेविका-सहायिका ने भाग लिया।