कहीं मिट्टी डालकर फुस का दुकान बन रहा है तो कहीं बकायदा पक्के मकान


मटेश्वरधाम मंदिर में हर तरफ मची है लूट भक्तों के आस्था के साथ हो रहा खिलबाड़


सिमरी बख्तियारपुर ( सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-


सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र के कांठो पंचायत स्थित प्रसिद्ध बाबा मटेश्वरधाम मंदिर क्षेत्र के आसपास की जमीन हड़पने की होड़ मची है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई देखने वाला नहीं है।

परिषर क्षेत्र में कहीं पक्का मकान तो कहीं मिट्टी भराई कर कच्चा दुकान बनाया जा रहा है। हालांकि एसडीओ ने स्थानिय ओपी पुलिस को सक्त हिदायत देते हुए किसी भी तरह के स्थाई एवं अस्थाई निर्माण पर रोक लगाने की बात कही है। 


किन किन तीन स्थानों पर हो रहा निर्माण –

मंदिर परिसर क्षेत्र के तीन स्थानों पर निर्माण कार्य हो रहा है जिसमें बाढ़ आश्रम स्थल के समीप एक दबंग व्यक्ति हरे राम पंडा के द्वारा स्थाई पक्का ईट सिमेन्ट से बकायदा घर का निर्माण कर रहा है।


दुसरा निर्माण कार्य अभी कुर्सी तक हुआ है यह निर्माण कार्य मंदिर मुख्य गेट जाने वाली सड़क के पूरब की ओर है। हालांकि इस निर्माण पर एसडीओ ने रोक लगा रखा है।

तीसरा अस्थाई निर्माण मंदिर गेट जाने से पहले दस कदम पहले सड़क के पश्चिम दिशा में किया गया। पहले बकायदा मिट्टी भराई गई फिर अस्थाई तिरपाल डालकर घर बनाया गया है। निर्माण कर रहे मजदूरों ने बताया कि दुकानदार बनाया जा रहा है। लेकिन सुत्रों की माने तो यह जमीन हड़पने की शुरुआत है बाद में धीरे-धीरे अंदर अंदर पक्का निर्माण कर लिया जायेगा।


क्या कहना हैं न्यास समिति का –


इस निर्माण के संबंध में न्यास समिति के सचिव जितेंद्र सिंह बधेल से पुछे जाने पर बताया कि एक निर्माण पर एसडीओ ने रोक लगा दी है। वही एक स्थान पर मेले को लेकर दुकानदार बनाया गया है।

वही पक्का निर्माण के संबंध में कहा कि इस संबंध में कई बार लिखित रूप से पटना सहित स्थानिय प्रशासन को दिया गया है चुंकि वह निर्माण मंदिर में रहने वाले पंडा परिवार के द्वारा ही किया जा रहा है तो हम ज्यादा क्या कर सकते हैं जब वरीय लोग कुछ कार्यवाही नहीं करते।


क्या कहते एसडीओ –


इस संबंध में जब एसडीओ अरविंद कुमार को जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत बलवाहाट ओपी पुलिस को फोन कर किसी प्रकार के निर्माण पर रोक लगाने की बात कही। 


क्या कहते हैं हरे राम पंडा –


निर्माण कर रहे हरे राम पंडा ने बताया कि यहां उसके बाप दादा रहते चले आ रहे हैं जहां घर बना रहे हैं वह मेरी जमीन है मैं अपनी जमींन पर घर बना रहा हूं। हालांकि उन्होंने किसी प्रकार के कागजात नहीं दिखाया।


क्या है मसला –


प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबा मटेश्वरधाम मंदिर को स्थानिय दान कर्ता भू स्वामी ने कई एकड़ जमीन दे रखा है लेकिन कागजी एवं कानूनी बाधा की वजह से कई प्रकार के कानुनी अड़चन लगा है। 


सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस जमीन को पंडा अपना होने का दावा कर रहे हैं वह नये सर्वे के अनुसार है। यहां बताते चलें कि नये सर्वे नोट फाईनल की श्रेणी में अभी तक है। नये सर्वे के किसी भी दावे को सरकारी मान्यता नहीं है।  अभी भी सन 1902 ई के सर्वे को ही वैद्य माना जाता है ऐसे में पंडा का दावा निराधार है। उसके द्वारा किया जा रहा निर्माण अतिक्रमण माना जाएगा।