छः वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित व्यक्ति मेरे निष्ठा पर उंगली ना उठाए 

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

राजद जिलाध्यक्ष के विरुद्ध बगावत का बिगुल कांड रूकने का नाम नहीं ले रहा है। जिलाध्यक्ष जफर आलम के द्वारा बगावत कांड के एक दिन बाद मीडिया में दिये गये ब्यान के बाद फिर एक बार राजद प्रखंड अध्यक्ष सैयद हैलाल अशरफ ने पलटवार किया है। 

शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में पत्रकारों को जारी विज्ञप्ति में कहा है कि जो व्यक्ति खुद पार्टी से छः वर्षों के लिए निष्कासित हुआ था वह मेरे पार्टी के प्रति निष्ठा पर उंगली नहीं उठा सकता है। 


उन्होंने कहा कि राजद जिलाध्यक्ष जफर आलम विरोधी की मदद करते है, ये विरोधी से मिलकर राजद के कार्यकर्ता का अपमान करते है। वह खुद एक बार दुसरे दल से विधानसभा चुनाव लड़ बुरी तरह हार का सामना कर चुके हैं। सैयद अशरफ ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी के लिये मेहनत हमलोग करते है ये खुद अपनी वाहवाही लूटने में लगे रहते है।

उन्होंने कहा कि राजद जिलाध्यक्ष  सेलेक्टेड है जबकि मुझे चुनाव के माध्यम  से डेलिगेट के तहत इलेक्टेड किया गया है।


यहां बताते चलें कि विगत 6 जून को सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ एवं सौर बाजार के राजद कार्यकर्ताओ की एक बैठक प्रखंड अध्यक्ष सैयद हैलाल अशरफ की अध्यक्षता में आयोजित कर जिलाध्यक्ष जफर आलम के नेतृत्व में कार्य नही करने का निर्णय लिया था। बैठक में इस बात का भी निर्णय हुआ कि प्रदेश नेतृत्व को जानकारी दिया जाएगा कि जफर आलम को राजद के अध्यक्ष पद से हटाकर कोई कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति किया जाये।