राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव दी गई नम् आंखों से अंतिम विदाई

मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने सरकारी की ओर से 11 लाख का चेक परिजनों को सौंपा

ब्राह्मण टोला तेलवा से लौट कर भार्गव भारद्वाज की विशेष रिपोर्ट :-

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
शुक्रवार को जब सहरसा जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर के फासलो पर स्थित नवहट्टा प्रखंड के ब्राह्मण टोला तेलवा गांव देश की सेवा में अपनी जान न्यौछावर करने वाले अमर शहीद नायक सूबेदार हीराकांत झा का पार्थिव शरीर तिरंगे लपेटा पहुंचा तो पुरा वातावरण भारत माता के जयघोष के बीच गमगीन हो गया।

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सड़क हादसे में शहीद हुए नायक सूबेदार हीराकांत झा का शव जैसे ही सेना के जवान गांव लेकर पहुंचे हजारों की संख्यां में लोग हाथ मे तिरंगा लिए भारत माता के जयकारे लगाने लगे।

 हजारों की भीड़ शहीद के अंतिम दर्शन करने उमर पड़े। हर कोई उनकी एक झलक पाने को आतुर था। जिसके बाद पार्थिव शरीर को उनके घर लाया गया जहाँ पूरा माहौल गमगीन हो गया। घर से कुछ दूरी पर ही पूरे राजकिय सम्मान के साथ उनका अंतीम संस्कार किया गया।

मिलिट्री कैम्प से आए कर्नल प्रभात चंद्रा, नायक सुरजीत सिंह सहित दर्जनों सेना के जवानों ने अंतिम सलामी दी। वहीं मौके पर पहुंचे बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव, प्रभारी डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी अश्वनी कुमार सहित कई प्रशासनिक पदाधिकारियों व गण्यमान लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।

वहीं पीड़ित के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से आपदा मंत्री ने 11 लाख चेक सौंपा। यहां बताते चलें कि शहीद हीराकांत झा वर्ष 1992 में सेना में बहाल हुए थे। वर्तमान में श्रीनगर में जेसीओ के पद पर थे। उनकी सेवा का आखिरी समय चल रहा था। वर्ष 2019 में सेवानिवृत होने वाले थे। बीते 26 मार्च को पेट्रोलिंग के दौरान सड़क हादसे में गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। जहां अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।