स्कूल प्रबंधन की संवेदनहीनता एवं प्रशासनिक अधिकारी की अनदेखी का लगाया आरोप
मृतक ड्राइवर के शव देखने व परिजनों के आशूं तक पोंछने नहीं पहुंचा स्कूल प्रबंधन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के रानीबाग – सिमरी रोड में बुधवार सुबह स्कूली वैन के पलट जाने से हुई अशरफचक निवासी लक्ष्मण शर्मा की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम कर वापस परिजनों के सौंपे जाने के बाद दोपहर साढ़े तीन बजे से सिमरी बख्तियारपुर – सहरसा मुख्य रोड को रायपुरा के पास जाम कर मुआवजे की मांग की जाने लगी।
करीब साढ़े पांच घंटे तक सड़क जाम रहने के बाद रात पौने नौ बजे के करीब ग्रामीणों से सीओ धर्म देव चौधरी एवं बख्तियारपुर पुलिस के बीच चली वार्ता उपरांत जाम समाप्त किया गया।
सीओ ने जाम कर रहे ग्रामीणों को कहा कि कल परिवारिक योजना के तहत लाभ बीस हजार रूपए एवं पोष्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आपदा राहत कोष से सहायता राशि दी जाएगी। वही इससे पूर्व रायपुर पंचायत के मुखिया राजकुमार चौधरी ने कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपए सहायता राशि दिया।
इससे पूर्व जाम की सूचना पर बख्तियारपुर पुलिस ने जाम स्थल पर जाम छुड़वाने का प्रयास किया।परंतु ग्रामीण एसडीओ – सीओ को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान कई बार बख्तियारपुर पुलिस को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा।
पोष्टमार्टम बाद चला हाई वोल्टेज ड्रामा –
बुधवार दोपहर तीन बजे के बाद रोड जाम के साथ ही बख्तियारपुर पुलिस के साथ – साथ रायपुरा मुखिया राजकुमार चौधरी, प्रमुख प्रतिनिधि अरविंद कुशवाहा, पंचायत समिति सदस्य रघुनंदन सिंह आदि जाम स्थल पहुंच प्रशासन से बात कर जाम छुड़वाने पहुंचे। परंतु ग्रामीणों संग जनप्रतिनिधियो की कइयों बार हुई बातचीत बेनतीजा रही। ग्रामीण बड़े पदाधिकारियों को जाम स्थल पर बुला कर मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग पर अड़े है।
विद्यालय प्रबंधन संवेदनहीनता –
बुधवार को हुई दुर्घटना मामले में स्कूल प्रबंधन के रवैये से भी ग्रामीण काफी नाराज नजर आए। ग्रामीणों के मुताबिक घटना के बाद स्कूल से जुड़ा कोई भी व्यक्ति मृतक के परिजनों को ढाढस बंधाने नही आया।ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल के प्रिंसिपल ने अपना मोबाइल भी स्वीच ऑफ कर लिया।
देर रात तक सड़क जाम –
बुधवार को हुए हादसे के बाद दोपहर तीन बजे के करीब ग्रामीणों द्वारा रोड जाम किया गया।इस दौरान ग्रामीण एसडीओ – सीओ को बुलाने की मांग पर अड़े रहे परंतु प्रशासन मीटिंग के नाम पर जाम स्थल पर नही पहुंचा।प्रशासन के इस रवैये पर राजद प्रखंड अध्यक्ष हेलाल असरफ ने कहा कि मृतक के परिजनों द्वारा मुआवजा की मांग किया जाना उचित है, प्रशासन कुंभकर्णी निंद्रा में सोने के बजाय जनता के दुख को समझे।