19 मार्च को दवा एजेंसी के कर्मी को गला रेत बेरहमी कर दी गई थी हत्या
सहरसा/ जिले के कोसी दियारा क्षेत्र के बख्तियारपुर थाना अंतर्गत कनरिया ओपी के बेलबारा पंचायत के गोठ भरना स्थित एक गेहूं के खेत में धीरज नामक दवा एजेंसी में कार्य करने वाले युवक की बेरहमी से हत्या कर देने मामले में पुलिस ने हत्यारोपी दो बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर लिया है।
वहीं पुलिस ने अपराधियों के पास से हत्या में उपयोग किया गया छुरा, मृतक का मोबाइल, दोनों अपराधियों का मोबाइल, अपराधियों का खून लगा हुआ शर्ट भी बरामद किया गया। घटना का कारण पुरानी दुश्मनी बताई जा रही है। हेड क्वार्टर डीएसपी एजाज हाफिज मनी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर हत्याकांड का खुलासा किया है।
डीएसपी एज़ाज़ हाफिज मनी ने बताया कि बीते 19 मार्च को कनरिया ओपी क्षेत्र के बेलबारा पंचायत के गोठ भरना से ग्रामीणों के द्वारा स्थानीय ओपी पुलिस को सूचना दी गई कि रामसागर यादव के गेहूं के खेत में एक शव पड़ा हुआ है। उसी सूचना पर कनरिया ओपी थानाध्यक्ष अनिल सिंह दल बल के साथ खेत पहुंचकर शव का ग्रामीणों से पहचान करवाया गया। ग्रामीणों के द्वारा शव की पहचान धनपुरा पंचायत के वार्ड नं 10 निवासी सदानंद सिंह के पुत्र धीरज कुमार रूप में की गई।
डीएसपी एज़ाज़ हाफिज मनी ने बताया कि मृतक के भाई के द्वारा कनरिया ओपी में 20 मार्च को लिखित आवेदन देकर हत्याकांड दर्ज करवाया था। उसके बाद अनुसंधान को लेकर सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी इम्तियाज अहमद के नेतृत्व में बख्तियारपुर सर्किल पुलिस निरीक्षक रविंद्र कुमार यादव, कनरिया ओपी थानाध्यक्ष अनिल सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक अमर ज्योति और तकनीकी शाखा के द्वारा एक एसआईटी टीम गठित कर अनुसंधान शुरू की गई।
अनुसंधान के क्रम में दो अपराधी चिह्नित हुए थे और बीते 22 मार्च को दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके पास से पुलिस ने हत्या में उपयोग किया हुआ छुरा, मृतक का मोबाइल, दोनों अपराधियों का मोबाइल और खून से भींगा हुआ शर्ट बरामद किया गया।
डीएसपी एज़ाज़ हाफिज मनी ने बताया कि मृतक दवाई एजेंसी में कर्मी के रूप में काम करता था और मृतक का इन दोनों अपराधियों से पहले से कोई विवाद था। मृतक के हत्यारों में भूपेंद्र कुमार और दूसरे अपराधी का नाम बिट्टू कुमार है जो कनरिया ओपी के कठडुमर गांव वार्ड नं एक का रहने वाला है। दोनों गिरफ्तार बदमाशों से आवश्यक पुछताछ उपरांत न्यायिक हिरासत में न्यायालय भेज दिया गया।