स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यक्रमों पर बिन्दुवार की गई चर्चा
- स्वास्थ्य विभाग सराहनीय कार्य के लिए डीडीसी ने दी बधाई
सहरसा/भार्गव : डीडीसी विनय कुमार मंडल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन जवाहर विकास भवन के सभागार में किया गया। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा कर बिन्दुवार चर्चा की गई
बैठक में सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप, एसीएमओ डा. रविन्द्र मोहन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार, सदर अस्पताल अधीक्षक डा. एस. के. विश्वास, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी दीपक कुमार दिवाकर, अस्पताल प्रबंधक सिम्पी कुमारी, सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्ररेक, सहयोगी संस्था के कर्मी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
जिले के औसत को आधार मानकर की गई समीक्षा : डीडीसी विनय कुमार मंडल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन द्वारा जिले की उपलब्धि संबंधी आंकड़ों का बिन्दुवार प्रस्तुतिकरण किया गया। डीडीसी द्वारा समीक्षात्मक बैठक के दौरान जिले में गर्भवती माताओं को प्रसव पूर्व जांच की गहन समीक्षा की गयी। इस दौरान जिले के औसत से कम आच्छादन वाले प्रखंडों को डीडीसी द्वारा बढ़ाने के उपायों पर जोर देने एवं अच्छा प्रदर्शन कर रहे प्रखंडों का उत्साहवर्धन किया गया।
जिले में 85% प्रतिशत गर्भवती माताओं की प्रथम प्रसव पूर्व जाँच की गयी। वहीं मात्र तीन संस्थानों सदर अस्पताल, कहरा एवं सोनवर्षा का आच्छादन औसत से कम रहा। जिसपर डीडीसी द्वारा इसे बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निदेश जारी किये गये। इसी प्रकार डीडीसी द्वारा चतुर्थ प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव, चतुर्थ प्रसव पूर्व जांच के आधार पर संस्थागत प्रसव संबंधित तथा चतुर्थ प्रसव पूर्व जांच 91.46% जिले की उपलब्धि है तथा अन्य आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये।
डीडीसी द्वारा जिले में पूर्ण टीकाकरण आच्छादन पर गहन समीक्षा के दौरान जिले में पूर्ण टीकाकरण की स्थिति में भी अपेक्षित सुधार दिखे हैं। जिले मे पिछले महीने पूर्ण टीकाकरण का औसत 95.92 प्रतिशत रहा था जो कि इस महीने बढ़कर97.18% हो गई जो जिले के लिए खुशी की बात है तथा स्वास्थ्य विभाग सराहनीय कार्य के लिए डीडीसी ने दी बधाई।
पतरधट एवं सोनवर्षा मात्र दो प्रखंडों में पूर्ण टीकाकरण की स्थिति जिले के औसत से कम पायी गयी। इसके लिए डीडीसी द्वारा बच्चों को सभी टीके समय पर लगाने के लिए उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये। उन्होंने कहा जिस तरह अपने बच्चों को सभी टीका समय पर लगवाते हैं, उसी तरह सभी दूसरे बच्चों को भी टीका लगाया जाय। किसी भी परिस्थिति में एक भी बच्चा न छूटे इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
एएनएम द्वारा शतप्रतिशत ड्यू लिस्ट के आधार पर सभी बच्चों को टीका लगाया जाय। ताकि जिले के सभी बच्चे ससमय प्रतिरक्षित हो पायें। ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत 196 स्पोक्स में 71 स्पोक्स क्रियाशील हो पाया है । वहीं 01से 15 अक्टूबर तक 1056 टेलीकंसल्टेशन हो पाया है ।
ग्रामीण स्तर तक एएनएम की उपस्थिति में बुधवार व शुक्रवार को ( नियमित टीकाकरण के दिन) लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए आवश्यक मेडिसीन उपलब्ध कराई जा रही है। सभी जिले के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जन आरोग्य समिति का गठन करने का दिशा-निर्देश दिया गया ।
समीक्षात्मक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, लक्ष्य, कायाकल्प, परिवार नियोजन, एनसीडी स्क्रीनिंग, टीबी उन्मूलन, औषधी पोर्टल, कालाजार, आयुष्मान भारत सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं आधारभूत संरचना आदि की भी समीक्षा की गयी। आगामी 14 नवम्बर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। जिसमे सभी प्रखंडो को पुरुष नसबंदी का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु आदेेशित किया गया है । साथ ही आज से फरवरी 2023 तक विश्व निमोनिया दिवस का आयोजन किया जाना है। जिसमे समुदाय स्तर पर आशा एव आंगनबाडी के माध्यम से जागरूक कर प्रचार प्रसार करना व कमजोर शिशु की पहचान कर समुचित प्रबंधन करना सुनिश्चित करेंगे।
इस मौके पर यूनिसेफ के एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, सैयद मजहरूल हसन, केयर इंडिया के डीटीएल रोहित रैना, डब्ल्यूएचओ के आरआरटी डॉ पुनीत कुमार, यूएनडीपी के मो. मुमताज, खालिद, जपाइगो के प्रोग्राम आफिसर डा. याकूब मुजफ्फर, सीफार के प्रतिनिधि सहित अन्य लोग मौजूद रहे।