अब मरीजों को 2 घंटे में ही मिलेगी कोरोना संक्रमण की सटीक जानकारी

सहरसा/भार्गव भारद्वाज : जिले के स्वास्थ्य महकमे के लिए बुधवार का दिन एक और नया अध्याय जोड़ दिया है। अब सदर अस्पताल में RTPCR (आरटीपीसीआर) जांच की सुविधा बहाल कर दी गई है। जिसका विधिवत उद्घाटन डीएम आनंद शर्मा ने सीएस, डीएस, सदर अस्पताल मैनेजर की मौजूदगी में फीता काटकर किया है।

आरटीपीसीआर जांच शुरू होने से अब कोरोना संक्रमित मरीजों को संक्रमण और संक्रमण से मुक्त होने की जानकारी मात्र 2 से 3 घंटे में ही उपलब्ध हो जाएगी। जबकि इससे पूर्व उन्हें आरटीपीसीआर लैब से जांच रिपोर्ट मिलने में 2 से 3 दिन का वक्त बर्बाद करना पड़ता था। चूंकि इससे पूर्व आरटीपीसीआर लैब की सुविधा सहरसा सहित आसपास के इलाके में उपलब्ध नहीं थी।

आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट मुजफ्फरपुर, पटना सहित अन्य बड़े-बड़े अस्पतालों से ही प्राप्त होती थी। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों को खुद के संक्रमित होने की सटीक जानकारी 2 से 3 दिन के बाद ही मिल पा रही थी। जबकि अब इस सुविधा के मिल जाने से उन्हें घंटों में सही जांच रिपोर्ट मिलना संभव हो जाएगा।

बता दें कि बीते दो सालों से कोरोना संक्रमण से संक्रमित लोगों की वास्तविक जानकारी हासिल करने के लिए 2 से 3 दिन का वक्त बर्बाद होता था। जो अब आरटीपीसीआर लैब बन जाने से अब सहरसा में ही यह 2 से 3 घंटे में ही उपलब्ध हो जाएगी। इससे जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या का सही आंकड़ा स्वास्थ्य महकमे को प्राप्त होगा। वहीं मरीजों के स्वस्थ की प्रतिशत का आंकड़ा भी स्वास्थ्य महकमे को प्राप्त हो जाएगा।

इस मौके पर जिलाअधिकारी आनंद शर्मा ने बताया कि आज हम लोगों के लिए बहुत हर्ष का विषय है। सहरसा के हमारे सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब का चौबीसों घंटे सेटअप चालू हो गया है। इससे एक बेनिफिट और है कि हम 600 सैंपल को एक साथ कलेक्ट कर सकते हैं। प्रतिदिन उसकी जांच उपलब्ध हो जाएगी। जिसका पूरा सेटअप लगाया गया है।

हालांकि अभी तो यह कोरोना संक्रमण को लेकर के काम कर रही है। लेकिन आगे जितने भी वायरल डिजीज हैं। उसमें भी यह काफी काम आएगी। इसके चलते अब इंफ्रास्ट्रक्चर के पॉइंट ऑफ भ्यू से देखें तो सदर अस्पताल को एक और मजबूत स्तंभ प्राप्त हो गया है। मौके पर सीएस डॉ के के मधुप, सदर अस्पताल के डीएस डॉ एस पी विश्वास, अस्पताल मैनेजर शिल्पी कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।