एक देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, 12 जिंदा कारतूस भी बरामद

सहरसा/भार्गव भारद्वाज : सहरसा पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुआ है। आठ मई को सिविल सर्जन के अंगरक्षक मंजीत कुमार के आवास से चोरी हुई सरकारी पिस्टल बरामद करते हुए इस कांड को अंजाम देने वाले ने कुख्यात अपराधी मंजेश कुमार यादव, महादेव साह उर्फ शंकर साह, अशोक साह व निशा कुमारी को गिरफ्तार करते हुए चोरी हुई पिस्टल बरामद कर लिया गया है।

वहीं इन अपराधीकर्मियों के पास से एक देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, 12 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। एसपी लिपि सिंह ने कार्यालय वेश्म में प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि सहरसा सिविल सर्जन के अंगरक्षक ने सरकारी पिस्टल चोरी होने की बात बताई।
मामला सरकारी पिस्टल चोरी होने की थी, जिसके बाद इसको लेकर तुरंत टीम गठित की गई और जांच शुरू कर दिया गया। टीम में प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस निरीक्षक सदर अंचल सहरसा राजमणी। पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार, सअनि विनोद मणि दिवाकर, सदर थाना एवं तकनीकि शाखा के सिपाही अमर कुमार शामिल किए गए।

इस बीच गुप्त सूचना मिली कि पिस्टल को बेचने की कोशिश की जा रही है। सदर थाना के गोबरगढ़ा पूल के समीप किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की कर रहे तैयारी को असफल करते हुए टीम ने चारों को गिरफ्त में लिया। तलाशी के दौरान सरकारी पिस्टल बरामद की गई।

उसके साथ 7.65 एमएम का एक देशी पिस्टल मैगजीन सहित, 7.65 एमएम का एक मैगजीन, 315 बोर का दो देशी कट्टा, 9 एमएम का 3 जिंदा कारतूस, 7.65 एमएम का 4 जिंदा कारतूस एवं 315 बोर का 5 जिंदा कारतूस बरामद हुई।

इसके साथ चार अपराधी जिसने घटना को अंजाम, मंजेश कुमार यादव, महादेव साह उर्फ शंकर साह, अशोक साह और निशा कुमारी सभी ने अपने बयान में कबूल किया कि हम लोगों ने ही पिस्टल चोर की थी। पुलिस लगातार दबाव बना रही थी, जिसके कारण पिस्टल बेचने में कठिनाई हो रही थी। बहरहाल इसे सहरसा पुलिस की बड़ी कार्रवाई कह सकतें हैं क्योंकि सरकारी पिस्टल चोरी हुई थी।