सलखुआ, बलवाहाट में एक-एक तो महिषी में दो की मौत, शोक
सहरसा : जिले के विभिन्न हिस्सों में छठ पर्व के मौके पर पानी में डुबने से चार की मौत हो गई। सलखुआ एवं बलवाहाट क्षेत्र में एक एक तो महिषी में दो की मौत हो गई। पीड़ित परिवार में छठ का उल्लास फीका पड़ गया। वहीं गांव में सन्नाटा छा गया और कई घरों में मातम छा गया।
सलखुआ : बुधवार को छठ पर्व को लेकर अस्तचलगामी सूर्य देव को अर्ध्य देने के दौरान कोशी नदी की उपधारा में नहाने के दौरान एक बच्चे की डूबने से मौत हो गयी। घाट पर मौजूद ग्रामीणों की माने तो अर्ध्य देने के समय नहाने के क्रम में डूबकर बच्चे की मौत हुई है। ग्रामीण गोताखोर की मदद से काफी खोजबीन के बाद गुरुवार को बच्चे का शव बरामद हुआ।
थानाध्यक्ष द्रवेश कुमार ने बताया कि थाना क्षेत्र के खजुरदेवा गांव निवासी 12 वर्षीय काजू कुमार की बुधवार संध्या छठ घाट पर नहाने के क्रम में कोशी नदी की उपधारा में डूबने से मौत हुई है। बच्चे के शव को कब्जे में लेकर यूडी केश दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
महिषी : दूसरी घटना थाना क्षेत्र के नहरवार में हुई, यहां धेमुरा नदी में स्नान करने गई नहरवार निवासी मनीष कुमार की चार वर्षीया पुत्री स्मृति कुमारी की डूबने से मौत हो गई। गुरूवार को जब सभी लोग छठ घाट से वापस आ चुके थे। इसी बीच स्वजनों से छुपकर कुछ बच्चे नहरवार पुल के समीप धेमुरा नदी में स्नान करने चले गए। इसी दौरान स्मृति पानी में डूब गयी। उसके साथ स्नान करने गए बच्चों ने भी डर से स्वजनों को कुछ नहीं बताया। काफी देर बाद पानी में शव को तैरते देख लोगों ने उसे निकाला और महिषी थाना को इसकी सूचना दी।
वहीं महिषी थाना क्षेत्र के सतरवार गांव में गुरूवार की सुबह ब्रह्म बाबा पोखर में छठ के अर्घ्य देने के लिए पानी में गए सतरवार निवासी आशुतोष मिश्र के 21 वर्षीय पत्र शशि रंजन मिश्र की पानी में डूबने से मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार, शशि अर्घ्य देने पोखर में उतरा जहां पांव फिसलने से वो गहरे पानी में चला गया।
बलवाहाट : वहीं गुरुवार को बलवाहाट ओपी के प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम परिसर स्थित पोखर में स्नान करने के दौरान डूबने से कांठो पंचायत के वार्ड नंबर-12 कांठो गांव निवासी शशि पासवान के 18 वर्षीय तृतीय पुत्र बादल कुमार की मौत हो गयी। कांठों गांव के लोग महापर्व छठ पर्व मनाने को लेकर प्रत्येक वर्ष मटेश्वर धाम परिसर स्थित पोखर पहुंचते हैं। इसी दौरान बादल नहाने के बाद भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया और दूसरी बार नहाने को पोखर में छलांग लगा दी। अधिक पानी होने के कारण डूबने से मौत हो गई। वहां मौजूद लोगों ने शव पोखर से बाहर निकाला। मृतक तीन भाई एक बहन में भाइयों में सबसे छोटा था।