सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में वार्ड प्रबंधन कार्यान्वयन समिति चुनाव में जमकर धांधली हो रही है दो चार वार्ड को छोड़ दे तो कहीं से शांतिपूर्ण चयन की खबर देखने को नही मिली है।
प्रखंड मुख्यालय में प्रदर्शन करते ग्रामीण |
पंचायत सचिव स्थानिय वार्ड सदस्य से मिलकर चुनाव में गड़बड़ झाला आम बात हो गई है। ताजा मामला प्रखंड के महखड़ पंचायत के वार्ड नं 9 से सामने आया है।
यहां हुऐ वार्ड सभा चुनाव की जानकारी ना तो बीडीओ को रहती है ना ही उस वार्ड के ग्रामीणों को और चुनाव हो जाता है।
इसी से आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंच जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर एक लिखित आवेदन बीडीओ,एसडीओ को देकर न्याय की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड कार्यालय के पत्रांक 4242 दिनांक 16 मार्च 18 के तहत चुनाव की तिथि निधारित की गई जब ग्रामीण उपस्थित हुये तो ना तो पंचायत सचिव,मुखिया या कोई भी प्रतिनियुक्त गण बैठक में शामिल नही हुये सब ग्रामीण वापस चले गये।जब हमलोगों ने पता किया तो मालूम हुआ की चुनाव पहले के सचिव ने कर लिया है।
ग्रामीण सुमंत कुमार, धर्मेंद्र पासवान, मिथलेश कुमार, सोनू कुमार, राजो पासवान, ज्योतिष कुमार, नीरज कुमार, चन्देशरी पासवान, ब्रह्मदेव पासवान, पप्पू कुमार, सहित दर्जनों लोगों ने ये भी आशंका जताया है कि लगता है कि इनलोगो के अनुपस्थित रहने के पीछे गुप्त तरीके से समिति का गठन कर लिया है। ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच कर पुनः वार्ड समिति का गठन किया जाये।
क्या कहती है मुखिया –
इस संबंध में जब पंचायत की मुखिया शगुप्ता प्रवीण से जानकारी ली गई तो वह बोली वार्ड समिति का गठन वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में होती है। इसमे मुखिया का कोई रोल नही है, एवं ना ही हमे प्रखंड से किसी तरह का कोई पत्र मिला है।
क्या कहती है बीडीओ –
इन संबंध में बीडीओ चंदा कुमारी ने बतायी कि वार्ड समिति का गठन पूर्व के पंचायत सेवक के द्वारा कर लिया गया था। लेकिन प्रतिवेदन बिलंब से दिया गया था, जिनकी जानकारी बाद में मिला। फिलहाल प्रखंड कार्यालय से 16 मार्च को निकाला गया पत्र निरस्त कर दिया गया है। अब पुरे मामले की जांच के बाद ही आगे की करवाई किया जायेगा।