इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बड़ी संख्या में आमजनों के निजी डाक्यूमेंट बरामद, दो गिरफ्तार

सहरसा से अनिल वर्मा की रिपोर्ट : साइबर थाना व सदर थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर फर्जी कागजात के साथ लोगों के नाम पर विभाग से ठगी करने वाले गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व छापेमारी से इस प्रकार के ठगों में हड़कंप मच गया है।

बुधवार को सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते साइबर डीएसपी अजीत कुमार ने जानकारी देते बताया कि मंगलवार को गुप्त सूचना मिली कि सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरैल कादिर चौक के पास मो. नौशाद के घर में कुछ लोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से फर्जी मृत्यु प्रमाण प्रत्र बनाकर अवैध रूप से श्रम विभाग के योजना अंतर्गत रूपया निकासी का काम करते है।

उक्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए जब साइबर थाना, सदर थाना एवं जिला आसूचना इकाई के पुलिस पदाधिकारी व कर्मी कादिर चौक पहुंचकर मो नौशाद के घर पर छापेमारी की तो घर के अंदर रुके 5 से 6 व्यक्ति भागने लगे। जिसमें से दो व्यक्तियों को पकड़ लिया गया एवं कुछ लोग भागने में सफल रहे।

गिरफ्त में आया दोनों व्यक्ति से जब नाम पता पूछा गया तो एक ने कादिर चौक निवासी मो नौशाद, पिता मो नसीर एवं दूसरे ने बैजनाथपुर निवासी पुनित कुमार, पिता भरत मेहता बताया। वहीं मो नौशाद के घर की जब तलाशी ली गयी तो घर के अंदर रखे अलमीरा से काफी संख्या में दूसरे व्यक्तियों का निजी कागजात पाया गया।

जबकि दूसरे व्यक्ति पुनित कुमार के पास से मिले एक काले रंग के बैग की जब तलाशी ली गयी तो उसमें काफी संख्या में दूसरे व्यक्तियों का निजी कागजात, एक मोबाइल एवं मुहर बरामद किया गया एवं दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से बरामद मोबाइल की जब जांच की गयी तो काफी संख्या में अन्य लोगों का आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता का डिटेल, एटीएम कार्ड का डिटेल पाया गया।

जिसमें दोनों के पास से 02 मोबाइल, 118 परिचय पत्र, 11 डेबिट कार्ड, 29 ई-श्रम कार्ड, 03 मुहर, 01 बायोमैट्रिक मशीन, 01 लाख 13 हजार नौ सौ रुपया नगद राशि, 03 आयुषमान कार्ड, 04 ब्लैंक चेक, 01 चेक बुक, 95 आधार कार्ड की छायाप्रति, 41 पासबुक, 02 विवाह निबंधन पत्र, 54 फोटो, 06 निबंध परिचय पत्र, 04 पैन कार्ड एवं 17 मृत्यु प्रमाण पत्र की छायाप्रति प्राप्त किया।

बरामद कागजात को लेकर जब दोनों से पूछताछ की गयी तो पाया कि ये दोनों पकड़ाये व्यक्ति मरे हुए लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर अवैध रूप से श्रम विभाग के योजना अंतर्गत रूपया निकासी का काम करते हैं। साइबर पुलिस ने पकड़े गये दोनों के विरुद्ध आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।