एक पिस्टल व जिंदा कारतूस भी हुआ बरामद, सहरसा पुलिस की बड़ी सफलता
पहली बार कोसी दियारा से अत्याधुनिक ए.के 47 राइफल बरामद
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के कनरिया ओपी व चिड़ैया थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर एक बदमाश को एके 47 राइफल के साथ गिरफ्तार किया है, हालांकि इस कार्रवाई में गोलीबारी करते एक लाख रुपए का इनामी कुख्यात बदमाश साधु यादव भागने में सफल रहा। वहीं एक पिस्टल व कुछ जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है।
सहरसा एसपी हिमांशु ने सोमवार को अपने वैश्म में प्रेस वार्ता आयोजित कर गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी साझा किया है। बतौर एसपी कनरिया ओपी प्रभारी अमर ज्योति को गुप्त सूचना मिली कि ओपी क्षेत्र में कुछ बड़े बदमाश का जमावड़ा हुआ है। प्राप्त सूचना का सत्यापन उपरांत चिड़ैया थाना पुलिस सहित पुलिस बलों के साथ बदमाशों की गिरफ्तारी हेतू छापेमारी की गई तो पुलिस को देखते हुए एक बदमाश साधु यादव गोलीबारी करते हुए भागने में सफल रहा।
हालांकि इस कार्रवाई में साधु यादव का सहयोगी सुभाष यादव गिरफ्तार कर लिया गया वहीं इसके पास से अत्याधुनिक एके 47 राइफल बरामद किया गया। इसके अलावे एक पिस्टल व 11 जिंदा कारतूस, दो खोखा भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार सुभाष यादव पर भी कई अपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि साधु यादव पर सहरसा पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोशी दियारा में संभवतः पहली बार अत्याधुनिक एके 47 बरामद किया है। जानकार बताते हैं कि दियारा का अपराधिक इतिहास काफी पुराना है लेकिन अब तक पुलिस व एसटीएफ की कई कार्रवाई हुई कई बदमाश इनकाउंटर में मारा भी गया, कई बार हथियारों का जखीरा भी बरामद हुआ लेकिन कभी रेगुलर, ऑटोमैटिक राइफल से आगे अत्याधुनिक हथियार नहीं पकड़ाया ऐसा पहली बार हुआ है जब पुलिस के हत्थे एके 47 राइफल धराया है।
कालांतर से ही दियारा में एके 47 राइफल अपराधिक गिरोह के पास होने की जानकारी थी लेकिन कभी पुलिस इस बात कि पुष्टि नहीं करती थी कि अपराधिक गिरोह अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। लेकिन सुभाष के पास से बरामद हथियार इस बात कि पुष्टि कर दी है अब दियारा का बदमाश के पास भी अत्याधुनिक हथियार है।
कौन हैं साधु यादव : प्राप्त जानकारी के अनुसार कोसी दियारा में कालांतर में कई अपराधिक गिरोह सक्रिय रहा था जिसमें एक नाम काजल यादव का भी रहा है। काजल यादव अपने दम पर अपनी पत्नी को महिषी प्रखंड का निर्विरोध उपप्रमुख बनाने में सफल रहा। काजल यादव की हत्या से पहले उसके पिता सत्तो यादव की भी हत्या कर दी गई। उसके बाद गिरोह की कमान साधु यादव ने संभाल ली है। वर्तमान में सहरसा पुलिस साधु की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है।
क्या बोले एसपी हिमांशु, सुनें…!