अगवा छात्र के पिता ने तीन बदमाशों पर अगवा करने का लगाया था आरोप
  • डीएसपी ने प्रेसवार्ता कर अगवा छात्र मामले का किया खुलासा

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के चकभारो वार्ड नं 6 निवासी 15 वर्षीय छात्र नीतिन कुमार के अगवा करने का मामला झूठा निकला। पिता की डांट बाद छात्र ने कोचिंग जाने के बजाय ट्रेन पकड़ पटना चला गया। पुलिस ने पटना से बरामद छात्र को थाना लाकर मामले का खुलासा किया है। इस संबंध में डीएसपी ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर जानकारी साझा किया।

पटना से बरामद छात्र नीतिन कुमार को पटना से लाने के बाद रविवार को बख्तियारपुर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में डीएसपी एजाज हाफीज मानी ने बताया कि 8 दिसंबर की सुबह चकभारो पंचायत के वार्ड नं 6 निवासी अरविंद कुमार सिंह के 15 वर्षीय पुत्र घर से कोचिंग पढ़ने रानीबाग स्तिथ गुरूकुल कोचिंग सेंटर के लिए चला।

कोचिंग जाने के बजाय छात्र नितीन कुमार सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन से राजरानी एक्सप्रेस ट्रेन से पटना के लिए चला गया। लेकिन जब छात्र घर नहीं आया तो उसके पिता ने पुलिस को दोपहर बाद पुत्र के अगवा करने की आशंका जताते हुए तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई।

छात्र नितीन कुमार

जानकारी मिलते ही इस मामले में डीएसपी एजाज हाफीज मानी की अगुवाई में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष मो. शुजाउद्दीन, पुअनि ज्ञानेंद्र अमरेन्द्र, पुअनि प्रमोद कुमार व थाना रिजर्व बल की एक टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने छात्र के संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई।

छापेमारी के क्रम में टीम को विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज, छात्र के आने-जाने के रास्ते एवं मानवीय व तकनीकी जानकारी के आधार पर यह जानकारी प्राप्त हुआ कि अगवा छात्र पटना पुलिस लाइन के नजदीक देवी स्थान के पास है। पुलिस टीम ने पटना कोतवाली डीएसपी (विधि-व्यवस्था) से सम्पर्क कर छात्र को बरामद कर लिया।

डीएसपी ने बताया कि छात्र ने बताया कि उसके पिता ने सुबह में किसी बात को लेकर डांट फटकार लगाई थी। जिसके बाद वह ट्रेन पकड़ पटना चला गया। इस दौरान उसके पास 1520 रूपए भी था जो उसने अपने घर से लेकर आया था। डीएसपी ने बताया कि मामले में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

यहां बताते चलें कि अगवा छात्र मामले में उसके पिता ने टॉप टेन की सूची में शामिल उदीश यादव गिरोह पर अगवा करने का आशंका जताया था। लेकिन अंततः यह बात सामने आ गई कि पिता के डांट से झल्लाए छात्र ने ट्रेन पकड़ अपने मन से पटना चला गया।