प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लगाया कई गंभीर आरोप, शराब के आरोप में भेजा गया था जेल

सहरसा/ सहरसा में एक कैदी की मौत के बाद आक्रोशित पब्लिक ने ऐसा बवाल मचा कि तीन घंटे तक एक पुलिस चौकी रणक्षेत्र बना रहा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा। कई थानों की पुलिस के साथ जब डीएसपी पहुंचे तो मामला शांत हुआ। उससे पहले लोगों ने थाने में घुसकर बबाल किया और महिलाओं ने झाड़ू लिए ओपी पर प्रदर्शन किया।

ये पुरा मामला पतरघट ओपी का है। चोवनिया महादलित टोला निवासी 35 वर्षीय दिपक सादा का रविवार की रात सहरसा जेल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का आक्रोश भड़क उठा। मौत की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह से ही मृतक के परिजनों सहित संगे संबधियों के अलावे अन्य महादलित परिवार के लोगों का ओपी के ईर्द गिर्द जुटान होने लगा।

भीड़ ने पतरघट पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते जमकर नारेबाजी किया। उस दौरान अबैध शराब कारोबारी व कुछ शरारती तत्वों के उकसावे पर लोगों ने ओपी गेट के समीप मधेपुरा अतलखा मुख्य मार्ग को जामकर यातायात ठप कर दिया।

मृतक दीपक सादा के परिजनों एवं अन्य लोगों का कहना था कि शुक्रवार को ओपी अध्यक्ष का निजी चालक मो.चुन्ना मियां के द्वारा दीपक सादा से हफ्ता की मांग की जा रही थी। नहीं दिये जाने से नाराज होकर साजिश के तहत दारोगा पंकज कुमार यादव से गिरफ्तार करवाते हुए पिटाई करवाया गया तथा देसी शराब बरामद का आरोप में शनिवार को जेल भेजा दिया। जहां रविवार की रात स्थिति बिगड़ने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।

परिजनों ने पतरघट पुलिस द्वारा पिटाई किये जाने से मौत होने की बात कह रहें थें। ओपी अध्यक्ष ज्ञानानंद अमरेन्द्र ने आक्रोशित लोगों सहित परिजनों से वार्ता कर जाम हटवाने का प्रयास किया। जाम हटवाने का प्रयास के दौरान लोगों का आक्रोश भड़क उठा और पुलिस पर पथराव किया गया। जवाब में जान बचाने हेतु पुलिस भी बल प्रयोग किया।

स्थिति इतनी भयावह होन लगी कि पुलिस को जान बचाने के लिए पीछे हटना पड़ा। पुलिस छिपकर जान बचाने में लगें रहें। आक्रोशित लोगों ने ओपी का घेराव करते ओपी को कब्जा में ले रखा था। 12 से 1 बजे के बीच मृतक दीपक सादा का शव पहुंचते ही परिजनों उग्र हो गए और शव को ओपी प्रागंण में रखकर काफी उपद्रव मचाया।

स्थिति की भयावहता देख ओपी अध्यक्ष ने घटना की सूचना जिला मुख्यालय को दिया। उसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में सौरबाजार थानाध्यक्ष राजेश कुमार, सोनबरसा राज थानाध्यक्ष प्रमोद झा, बसनही थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह, सोनबरसा कचहरी थानाध्यक्ष जीतेन्द्र कुमार, पस्तपार पुलिस शिविर प्रभारी मनीष कुमार, बैजनाथपुर ओपी अध्यक्ष संजय दास, बिहरा थानाध्यक्ष अकमल हुसैन, नवहट्टा थानाध्यक्ष सरोज कुमार सहित बज्र वाहन एवं पैंथर्स के साथ काफी पुलिस बल के पहुंचने से स्थिति पर काबू पाया गया।

एसडीपीओ संतोष कुमार ने आक्रोशित परिजनों से वार्ता कर दोषी पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने एवं मृतक को सरकारी मुआवजे दिलवाने का भरोसा दिलाते जाम हटवाया। तथा परिजनों ने शव के लेकर दाह संस्कार के लिए ले गया। लगभग 11 बजे से 2 बजे तक पतरघट ओपी रणक्षेत्र में तब्दील रहा।