शिक्षकों ने कहा नियामावली के विरुद्ध राजनीति साजिश के तहत किया गया है तबादला
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) प्रखंड के मोहनपुर पंचायत के शिक्षक नियोजन ईकाई द्वारा पंचायत के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत आधा दर्जन शिक्षकों का ट्रांसफर एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय करने के मामले में पेंच फंस गया। ट्रांसफर करने पर शिक्षकों ने वरीय अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर शिक्षक नियोजन ईकाई पर ट्रांसफर में राजनीतिक साजिश का आरोप लगा नियामावली के विरुद्ध ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है।
इन शिक्षकों को किया गया ट्रांसफर : मोहनपुर पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मेनमा की शिक्षिका रेणू देवी को उर्दू प्राथमिक मकतब उसराही किया गया।वहीं उसराही स्कूल के शैलेन्द्र कुमार को नव सृजित प्राथमिक विद्यालय बेला टोल किया गया। वहीं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बेला टोल के अरूण कुमार को नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मेनमा कर दिया गया। नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गौसाई टोला के मनोज कुमार शर्मा को नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मदनपुर भेजा गया।
वहीं नवसृजित प्राथमिक मदनपुर के शिक्षिका अंजू कुमारी को नवसृजित मध्य विद्यालय मेनमा कर दिया। वहीं नवसृजित मध्य विद्यालय मेनमा के शिक्षक दिलीप कुमार को नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गौसाई टोला कर दिया गया।
शिक्षकों ने कहा नियामावली के विरुद्ध हुआ ट्रांसफर : वहीं ट्रांसफर किए गए शिक्षकों ने वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर कहा है कि शिक्षक नियोजन ईकाई के सचिव ने मनमानी करके शिक्षको का बेबजह इस विद्यालय से दूसरे विद्यालय ट्रांसफर किया गया है। इससे पूर्व भी ट्रांसफर किया गया था जिस पर बीडीओ के द्वारा संज्ञान लेते हुए रोक लगा कर पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी।
बीडीओ के स्पष्टीकरण के बाद पंचायत सचिव के द्वारा जबाब दिए जाने के उपरांत आरोप से बरी कर दिया गया। जिसके बाद पुनः पंचायत नियोजन ईकाई ने गत ट्रांसफर पत्र में तब्दील कर पुनः शिक्षकों का ट्रांसफर कर किया गया। जिसके बाद शिक्षकों ने वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर फिर पुरानी बातें को दोहराते हुए ट्रांसफर को गलत बताया।
क्या कहते हैं मुखिया : इस संबंध में पंचायत के मुखिया संजीव जायसवाल ने कहा कि शिक्षकों का स्थानान्तरण नियामावली के अनुसार किया गया है। शिक्षक ट्रांसफर किए गए विद्यालय जाने में मनमानी कर रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि फंसे पेंच को किस प्रकार वरीय अधिकारी समाधान करते हैं।