मोबाइल चोरी का आरोप लगाया तो गोलीमार उतार दिया मौत के घाट
  • डीएसपी इम्तियाज अहमद ने प्रेस वार्ता कर हत्याकांड का किया खुलासा

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बख्तियारपुर पुलिस सर्किल क्षेत्र के सलखुआ थाना अंतर्गत गौसपुर गांव में शुक्रवार देर रात हुई भूपेन्द्र यादव हत्याकांड का खुलासा करते हुए इस कांड को अंजाम देने वाले बदमाश सुगंधी यादव को गुप्त सूचना के आधार गठित एसआईटी की टीम ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया।

बुधवार को बख्तियारपुर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में डीएसपी इम्तियाज अहमद ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के बाद सर्किल इंस्पेक्टर आरपी यादव की अगुवाई में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया जिसमें सलखुआ थानाध्यक्ष गुड्डू कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल रहे ने गुप्त सूचना के आधार पर सैनीटोला चौक के समीप छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने बताया कि हत्यारोपी सुगंधी यादव मनबढू किस्म का बदमाश है। मृतक भुपेन्द्र यादव का मोबाइल चोरी हो गया था। उन्होंने चोरी का आरोप सुगंधी यादव पर लगाते हुए डांट डपट कर मोबाइल की मांग की थी। इसी गुस्से में आकर सुगंधी यादव ने भूपेन्द्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी।

डीएसपी ने बताया कि इस कांड में शामिल अन्य नामजदों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द अन्य आरोपी भी पुलिस गिरफ्त में होगा। वहीं गिरफ्तार सुगंधी यादव से आवश्यक पुछताछ उपरांत न्यायिक हिरासत में न्यायालय भेज दिया गया।

यहां बतातें चले कि गौसपुर गांव में शुक्रवार देर रात गौसपुर गांव के ही रहने वाले भूपेन्द्र यादव नामक एक किसान को उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दिया जब वह अपने घर में सोया हुआ था। बदमाशों ने घर घुसकर पहले भूपेन्द्र यादव को नाम लेकर पुकारा फिर सिर में गोली मारकर हत्या कर दिया। इतना ही नहीं गोली मारने के बाद उसे घसीटते हुए बाहर लाया फिर बाहर दो और गोली मार दी।

मृतक की पत्नी नुरानी देवी ने गांव के ही वीरेंद्र यादव उर्फ मिस्टर यादव, सुगंधी यादव, लालकुन यादव को नामजद आरोपी बनाया था। हत्यारोपी तीनों आपस में पिता पुत्र हैं। मृतक मुल रूप से मुंगेर जिले का रहने वाला था जो अपने ननिहाल गौसपुर में ही रहने लगा था।

हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सैनीटोला चौक पर रखकर हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के समझाने बुझाने के उपरांत जाम व प्रदर्शन समाप्त किया गया। जिसके बाद पुलिस के उपर हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए दबाव बना हुआ था।