अध्यक्ष पद से मां ललिता रंजन की हार बाद बीजेपी नेता के बोल

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) मंगलवार को सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद अध्यक्ष पद के परिणाम को लेकर जिला स्कूल मैदान में दिनभर गहमागहमी का माहौल बना रहा। दिनभर अध्यक्ष पद के परिणाम को जानने के लिए समर्थक परेशान दिखे। सभी यह जानने के प्रयास में लगे रहे कि आखिर अध्यक्ष पद पर किसको सेहरा बंधता है।

सुबह सवेरे से लेकर दोपहर तक फसीहा खातून, ललिता रंजन और मीनू लता में टक्कर होती रही। लेकिन आखिरकार जीत का प्रमाण पत्र फसीहा खातून को मिला। फसीहा खातून को 7111 मत प्राप्त हुए। फसीहा खातून के जीत के एनाउंसमेंट के साथ ही बीजेपी नेता ने सिमरी बख्तियारपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधि के दबाव में आकर उनकी मां ललिता रंजन को हराने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि मेरी मां की जीत सुनिश्चित थी। लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि के दबाव में जानबूझ कर मुझे हराने के काम किया गया। यह स्थिति दिखलाती है कि किस तरह हमारे प्रतिद्वंदी हमे मिले समर्थन से घबराये हुए है। उन्होंने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर की जनता ने मुझे जो अपार प्यार वोट के माध्यम से दिया है उसके लिए मै जनता – जनार्दन को दिल से धन्यवाद देता हूँ।

बीजेपी नेता रितेश रंजन ने अपने फेसबुक पेज से बयान जारी किया। अक्षरत: –

क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत में।

संघर्ष पथ पर जो भी मिले यह भी सही वह भी सही।।

हम यह चुनाव हारे नहीं है, हमे हराया गया है। हमें एक बार 29 वोट से जीत की घोषणा करने के उपरांत पुनः कुछ देर बाद 224 वोट से हार घोषित कर दिया गया।

यह एक राजनीतिक साजिश है। हमारे रिकॉउंटिंग के आग्रह को भी अस्वीकार किया गया। आवेदन को वापस कर दिया गया। मंशा साफ साफ दिख रही थी। काउंटिंग हॉल में मौजूद सभी प्रत्याशी इस बात के गवाह है कि हमलोगों का काउंटिंग सामूहिक रूप से एक जैसा था। सबों ने मुझे बधाई भी दे दिया था।

सिमरी बख्तियारपुर के साथ एक बड़े शाजिश की तैयारी चल रही है। आने वाले समय में एकजुट होकर इस शाजिश का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर क्षेत्र की जनता का बहुत बहुत आभार आपने अपने सेवक जैसे बेटे व भाई को इतना समर्थन दिया। 24 घन्टे अपने समर्थकों के लिए पहाड़ की तरह खड़ा रहूँगा। मैं चुनाव जरूर हारा हूँ, हिम्मत नहीं।

आपकी सेवा में हमेशा निष्काम पहले की भांति समर्पित रहूँगा। आपकी हक के लड़ाई को हमेशा मजबूती से लड़ता रहूँगा।

एक बार पुनः उन सभी लोगों का धन्यवाद जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मुझे समर्थन दिया और मेरे साथ मजबूती से इस चुनाव को लड़ा।

अपने सहयोगी, कार्यकर्ताओ सहित तमाम जनता मालिकों के लिए रितेश रंजन पहले भी था, आज भी है और कल भी रहेंगे।