इंदौर के पीतमपुर कौशिक सिटी वाटर प्लांट जाने के दौरान हुए सड़क हादसे का शिकार
दो मजदूर की ऑन द स्पॉट हुई तो एक का इलाज के दौरान हुई मौत
ब्रजेश भारती : सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड अंतर्गत गोरदह पंचायत के मुसहरनिंया गांव के तीन मजदूर की मौत मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सड़क हादसे में हो गई है। तीनों मजदूर की मौत की खबर परिजनों को मिलते हैं गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। गांव वाले पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाते नजर आ रहे हैं।
इस हादसे में जिस तीन मजदूर की मौत हुई है उनका नाम 30 वर्षीय कारी पासवान उर्फ अरुण, 28 वर्षीय बाबूसाहब कुमार पासवान एवं 18 वर्षीय कांग्रेश कुमार बताया जा रहा है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि तीनों मजदूर चार माह पूर्व अपने घर से इंदौर के पितमपुर कोशमो सिटी पानी प्लांट टैंक पर काम करने गए हुए थे। शनिवार को इंदौर रेलवे स्टेशन से पितमपुर पानी प्लांट एक बाइक पर तीनों सवार होकर काम पर आ रहे थे कि अचानक भारी वाहन की चपेट में आ गए। भारी वाहन से हुई जोरदार टक्कर से दो मजदूर 30 वर्षीय कारी पासवान उर्फ अरुण व 28 वर्षीय बाबूसाहब कुमार पासवान की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं एक मजदूर 18 वर्षीय कांग्रेश कुमार बुरी तरह घायल हो गए।जिसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कुछ घण्टे बाद ही उसकी भी मौत हो गई।
घटना की सूचना मृतक मजदूर के परिजनों को उसके साथ काम करने गए अन्य मजदूरों के द्वारा दी गई। खबर मिलते ही गांव सहित परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं घटना बाद तीनों मजदूरे के शव को गांव लाया जा रहा है। सोमवार रात्रि तक गांव शव आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
तीनों मजदूर में एक नीति पासवान के 18 वर्षीय पुत्र कोंग्रेश कुमार दो भाइयों में सबसे छोटा है जबकि इसी से पूरे परिवार का गुजर बसर होता था। वह अपनी बहन की शादी को लेकर इंदौर कमाने गया हुआ था।
वहीं दूसरा मजदूर कारी पासवान उर्फ अरुण पासवान के घर चार दिन पूर्व ही एक बच्ची का जन्म हुआ है जिसकी अभी छट्ठी भी नहीं हुई है। बेटी के जन्म पर खुशियां के बजाय मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं तीसरे मजदूर बाबू साहब कुमार पासवान मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टुट पड़ा है। एक साथ गांव तीन युवकों की मौत से मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।