बैठक में मौजूद लोगों ने दिया नारा “एक ही नारा एक ही काम आरओबी का हो जल्द निर्माण”

सहरसा/भार्गव भारद्वाज : सहरसा के बंगाली बाजार स्थित रेल ओवर ब्रिज निर्माण में हो रही देरी व आ रहे विभिन्न प्रकार के अरचनों के बीच स्थानीय वार्ड नं 19 स्थित देव रिसोर्ट में शुक्रवार को शहर के बुद्धिजीवियों की एक अहम बैठक वरिष्ठ खिलाड़ी सह समाजसेवी रौशन सिंह धोनी आह्वान पर आयोजित की गई।

विभिन्न क्षेत्र से आये लोगों ने एक सुर में यह दोहराया कि किसी भी परिस्थिति में रेल ओवर ब्रिज बने तो बने चाहे इसके लिए जिस संघर्ष की जरूरत हो किया जाएं। मौजूद लोगों ने चर्चा करते हुए कहा कि बंगाली बाजार में लगभग 24 घंटे में रेलवे ढाला 40 से 45 बार बंद होता है जबकि गंगजला ढाला 35 से 40 बार, ऐसी परिस्थिति में लोगों को घंटो इस जाम में फसा रहना पड़ता है। यह जाम नासूर बन गया है।

इस बैठक में उपस्थित सभी लोगों की एक राय बनी की बिहार सरकार द्वारा प्रस्तावित रेल ओवरब्रिज के निर्माण की निविदा निकलने के बावजूद ब्रिज निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होना कुछ लोगों की साज़िश लग रही है। अब समय आ गया है वैसे लोगों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाय और जाम से मुक्ति के लिए आवाज़ उठाई जाए।

बैठक में आरओबी के निर्माण के लिए एक नई समिति का गठन किया गया जिसका नाम रखा गया गया ROB निर्माण समर्थन समिति। इस समिति के बनने के बाद निर्णय लिया गया कि हम लोग उन लोगों का विरोध करते हुए अपनी बातों को जिला प्रशासन के पास रखेंगे। ROB के जल्द निर्माण हेतु लगातार प्रत्येक सप्ताह 25 हजार समर्थन पत्र जिसमें ROB का निर्माण जल्द हो इसके लिए लोगों का हस्ताक्षर युक्त पेपर जिला प्रशासन को सौंपें जाएंगे। जब तक ROB का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो जाता तब तक लाखो समर्थन पत्र प्रशासन को सौंपते रहेंगे।

कहा गया कि सहरसा के लोग अभी एक आरओबी के लिए परेशान हैं जबकि सहरसा को लगभग 6 छोटे बड़े ROB की जरूरत है। रेल ओवर ब्रिज निर्माण के लिए अगर जरूरत पड़ी तो सड़क पर भी उतरने का काम करेंगे क्योंकि इस परेशानी को देखते हुए अब समय आ गया है आर -पार की लड़ाई लड़ी जाए। वही ROB जल्द निर्माण हेतु समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर प्रारंभ हो गया है अगले सप्ताह एक बैठक आयोजित कर ROB निर्माण समर्थन समिति को विस्तारित कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।

रौशन सिंह धोनी के संचालन में चले इस बैठक में मुख्य रूप से समाज सेवी रमेश सिंह, डॉ रंजेश कुमार, डॉ आर के रवि, डॉ बृजेन्द्र देव, संगम सिंह, प्रशांत सिंह, जय कुमार आर्य उर्फ मिंटू डोरा, संतोष भगत, नंदकिशोर दास, रतन दुबे, सुमन सानिध्य, सुजीत सान्याल, सागर कुमार नन्हे, सानू सिंह, आशीष सिंह, सुमित अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, राजवीर सिंह, अनुज कुमार चुन्नू, सब्बीर अख्तर, कृष्णकांत गुप्ता, मधुकर सिंह, डॉ नवनीत, गजेंद्र यादव, सशी यादव, दीपू अग्रवाल, भूपेन्द्र साह, प्रो गौतम, रत्नेश सिंह, रत्नेश झा, रणधीर भगत, मो साहिद, मनोज भगत, मिंटू ठाकुर, संदीप अग्रवाल, आशीष सिंह, प्रशांत सिंह, पवन अग्रवाल, मनोज भगत सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।