पत्नी ने कही – उनके पति कभी नहीं गए जेल, नहीं है मुखिया के हत्या से उनका कोई वास्ता
सहरसा / भार्गव भारद्वाज : एक तरफ जहां सौर बाजार प्रखंड क्षेत्र के खजूरी पंचायत मुखिया रंजीत साह हत्याकांड में पुलिस बांकी बचे अपराधी की गिरफ्तारी कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उक्त हत्या कांड में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए तिरी पंचायत के धनछोहा गांव के लक्षिमिनिया टोला निवासी दीपक कुमार की पत्नी नीतू वर्मा ने बुधवार को अपने पति के बेगुनाह होने की गुहार डीआईजी से लगाई है।
पीड़ित महिला ने बताया कि वे वर्तमान में बटराहा, वार्ड नंबर 25 में किराए के मकान में रह कर छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाई करवा रही हैं। उनके पति दीपक प्रतिष्ठित संवेदक के रूप में काम करते हैं। वे गांव पंचायत की राजनीतिक में कभी शामिल नहीं हुए। ग्रामीण राजनीतिक एवं पंचायत से संबंधित किसी कार्य से उनका कोई लेना देना नहीं है। उनके पति कभी भी और किसी भी मामले में जेल नहीं गए हैं। लेकिन बीते दिनों मुखिया की हत्या के आरोप में गिरफ्तार रंजीत यादव के साथ उनके पति को गिरफ्तार की तरह जेल भेज दिया गया।
जबकि उनके पति का न तो मृतक रंजीत साह और न ही आरोपी बनाए गए जीवन पोद्दार से कभी कोई वास्ता रहा है। वे उस पंचायत के रहने वाले भी नहीं हैं। ऐसे में उनका नाम नाहक ही हत्याकांड में जोड़ा गया है। जिनसे उनका पूरा परिवार व्यथित है। उनके छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। ऐसे में निष्पक्ष जांच कर उनके बेगुनाह पति को उक्त मामले से बरी करने की गुहार लगाई गई है। उनके द्वारा दिए गए आवेदन पर डीआईजी द्वारा जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
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