गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर नौकरी की करता था तालाश
सहरसा / भार्गव भारद्वाज : जिले के सौर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत सुहथ गांव , वार्ड नंबर 10 निवासी मजदूर रमेश यादव के 26 वर्षीय पुत्र शंकर कुमार में शुक्रवार की देर शाम स्थानीय पॉलिटेक्निक रेलवे ढाला के निकट ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर लिया है। वे बीते कई सालों से लगातार सरकारी नौकरी के लिए आवेदन दिया करता था। वे अपने घर मे एकमात्र बीए पास युवक था। जिसने पैर से विकलांग रहने के बावजूद भी बीए तक की परीक्षा पास कर ली थी। साथ ही गांव में दो जगहों पर कुल 30 बच्चों को पढ़ा कर जहां परिवार को चलाया करता था। वही नौकरी की तलाश में विभिन्न जगहों पर आवेदन भी दिया करता था।
वह लगातार गांव से शहर पहुंचकर विभिन्न नौकरियों का आवेदन दिया करता था। लेकिन उन्हें कहीं कोई सफलता नहीं मिली थी। ऐसे में वे मानसिक रूप से काफी टूट चुके थे। इसके बाद उन्होंने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली है।
उनके छोटे भाई मंजेश कुमार ने बताया कि उनके पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं। उनके बड़े भाई गांव में रहकर ट्यूशन पढ़ाते थे। उनकी दो बड़ी बहनों का शादी हो चुका था। घर का खर्च बड़े भाई ही उठाया करते थे। वे नौकरी की तलाश में लगातार थे। शुक्रवार को भी सुबह 9 बजे कागजात लेकर सहरसा के लिए निकले थे। इसके बाद देर शाम उनके आत्महत्या कर लेने की जानकारी मिली थी।
वही उनके संबंधी मुन्ना कुमार ने बताया शंकर काफी मिलनसार और अच्छा शिक्षक था। बच्चे उनसे पढ़ कर काफी खुश थे। उनके आत्महत्या से पूरे गांव में मातम है। सदर थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि युवक ने आत्महत्या कर ली है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। जांच की जा रही है।