लोगों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगा, तिरंगा थाम मनाई खुशी
  • पुल निगम ने डीपीआर तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेजा प्रस्ताव

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती : सहरसा एवं खगड़िया जिले के फरकिया दियारा के लोगों में बुधवार का दिन जश्न का रहा। जैसे ही सुबह सबेरे मीडिया के माध्यम से यह खबर लगी कि डेंगराही घाट पर पुल निर्माण के लिए पुल निगम ने डीपीआर तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेज दिया है युवाओं से लेकर बड़े बुजुर्गो में वर्षों की मांग पूरी होती नजर आई।

युवाओं से लेकर बुजुर्गो ने एक दुसरे को अबीर गुलाल लगा होली से पहले होली खेलने लगे। दिनभर होलीनुमा माहौल बन गया। इस माहौल में मिठाई से लेकर अबीर तक सबकुछ का इंतजाम हो गया। जिसके बाद हाथ मे तिरंगा झंडा लिए बुजुर्गों संग युवाओं और बच्चो ने पैदल मार्च किया और एक – दूसरे को अबीर – गुलाल लगा मिठाई खिलाई।

ग्रामीणों ने बताया कि दिल गदगद है, हम सब की वर्षो पुरानी मेहनत साकार होती दिख रही है। बधाई सरकार को और उन सभी को जिन्होंने सरकार तक हम हमारी बात पहुंचाने में पुल का काम किया है। एनएसयूआई नेता मुरारी यादव ने बताया कि पुल के लिए फरकिया वासी ने बहुत संघर्ष किया आज सपना साकार होते नजर आ रहा है।

उन्होंने बताया कि खगड़िया से लेकर सहरसा तक इस क्षेत्र का सीधा जुड़ाव हो जाएगा। उन्होंने बताया कि एनएच 31 का सीधा जुड़ाव एनएच 107 से हो जाएगा इस पुल के निर्माण से तो विकास की बयार इस क्षेत्र में बहने लगेगी। इस मौके पर डॉ सुनील यादव, डॉ के पी शर्मा, कैलाश पासवान, पांडव यादव, रामभरोश महतो, विपिन चौधरी, ध्रुव पटेल डॉ उदेश महतो, रमन यादव, दिनेश यादव, विधानंद यादव, ईश्वर चौधरी, राम बहादुर महतो, राम विलाश महतो रामविलाश पासवान सहित अन्य ने खुशी जाहिर किया।

यहां बतातें चले कि सहरसा और खगड़िया जिले के फरकिया क्षेत्रों के लोगों को जल्द ही पुल की सौगात मिलेगी। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने कोसी नदी के डेंगराही घाट पर पुल बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर लिया है। 283 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल की डीपीआर को प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है।

फाइल फोटो

पुल निगम के मुताबिक सलखुआ तरफ से खोचरदेवा से लेकर उसपार डेंगराही तक 2 किलोमीटर 650 मीटर का पुल बनेगा। जिसमें 283 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके अलावा दोनों तरफ दो सौ मीटर का एप्रोच पथ बनेगा। डेंगराही घाट पर पुल निर्माण होने से लगभग एक लाख आबादी को फायदा होगा और जिला मुख्यालय से सड़क मार्ग से लोग जुड़ जाएंगे।

जानकारी हो कि वर्ष 2017 में भी डेंगराही घाट पर पुल निर्माण के लिए 17 दिनों तक अनशन एवं धरना प्रदर्शन किया गया था। इसमें बाबू लाल शौर्य, रितेश रंजन, प्रवीण आनंद सहित 55 अनशनकारी थे। इसके बाद तत्कालीन प्रतिपक्ष नेता एवं वर्तमान कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार, वर्तमान उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सहित अन्य ने अनशन को खत्म करवाया था। हालांकि इससे पहले भी यहां पुल के लिए समय समय पर संघर्ष होते रहा था।