वापस लौटने के दौरान सीने में दर्द की शिकायत पर डीएमसीएच में किया गया था एडमिट
  • जहां से वापस उन्हें कर दिया गया पुनः पीएमसीएच रेफर, रास्ते में ही हुई मौत

सहरसा / भार्गव भारद्वाज : समस्तीपुर जिले के रोसरा गांव निवासी एवं स्थानीय सहरसा सदर अस्पताल में 102 एंबुलेंस में चालक के साथ गंभीर मरीजों को डीएमसीएच , पीएमसीएच और एसकेएमसीएच पहुंचाने वाले एंबुलेंस स्वास्थ्यकर्मी मोहम्मद आलम की मौत हो गई है। वे 3 दिन पहले सदर अस्पताल से रेफर गंभीर मरीज को 102 एंबुलेंस में ले जाकर पीएमसीएच में भर्ती कराया था। जहां से लौटने के दौरान उनके सीने में अचानक दर्द शुरू हुआ। तभी उनके साथ एंबुलेंस ड्राइवर थे।

दरभंगा से 15 किलोमीटर पूर्व उनके सीने में तेज दर्द होने लगी। आनन-फानन में एंबुलेंस चालक ने उन्हें डीएमसीएच दरभंगा में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज भी हुआ। लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद उन्हें वापस पीएमसीएच भेज दिया गया। उन्हें फिर 102 एंबुलेंस पर ही पीएमसीएच ले जाया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

उनके शव को वापस गांव ले जाया गया। जहां शनिवार को पार्थिव शरीर को सुपुर्द ए खाक किया गया। स्थानीय एंबुलेंस चालक बैजनाथ कुमार ने बताया कि वे काफी मिलनसार प्रवृत्ति के स्वास्थ्य कर्मी थे। वे उन लोगों के साथ मरीजों की हालात को निरीक्षण करते दरभंगा, पटना और भागलपुर तक आया-जाया करते थे। काफी मिलनसार थे। कम उम्र में ही मौत हुई है। वे बीते 7-8 वर्षों से सदर अस्पताल में नियुक्त थे। मिलनसार स्वभाव के होने की वजह से उनकी लोकप्रियता बढ़ गई थी। सभी एंबुलेंस कर्मी सहित स्वास्थ्य विभाग शोकाकुल हैं।