सत्तर कटैया बाजार में यूरिया के लिए जुटी सैकड़ों किसान की भीड़ ने किया हंगामा
सहरसा के सत्तर कटैया से राजा कुमार की रिपोर्ट : सरकार किसानों को खाद्य उपलब्ध कराने को लेकर लाख दावे कर ले लेकिन सच्चाई यह है कि उंट के मुंह में जीरा का फौरन साबित हो रहा है, उस पर से रही सही कसर खाद्य दुकानदार मंसा पुरी कर देती है।
देश के अन्न दाता किसान बेबस व लाचार होकर या तो अधिक रेट में खाद्य खरीदने को मजबूर हो जाते हैं या फिर लेट से खेत बुआई को बाध्य होना पड़ता है। कृषि विभाग एक दो दुकानदारों पर कार्रवाई कर अपने हिस्से की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ होता है, और नतीजा वही ढाक के तीन पात वाली रह जाती है।
रविवार को सहरसा जिले के सत्तरकटैया बाजार में सैकड़ो किसानों ने यूरिया खाद को लेकर हंगामा शुरू किया। किसानों को हंगामा को देखकर दुकानदार डर के मारे दुकान के आस पास नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि कुछ दुकानदारों द्वारा इस बात की सूचना प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप रजक और अंचलाधिकारी जयप्रकाश राय एवं सहायक निदेशक पौधा संरक्षण राहुल कुमार को दी गई।
इस मौके पर पहुंचे सहायक निदेशक पौधा संरक्षण राहुल कुमार के स्कार्पियों गाड़ी को किसानों ने घेर लिया और हो हंगामा किया। जिसकी सूचना बिहरा पुलिस को दी गई और मौके पर पहुंचे पुलिस ने मामले को शांत कराया। वहीं अधिकारीयों ने तीन दुकानदार के पोस मशीन को कब्जे में लेकर काली मंदिर स्थित एक रंगमंच पर बैठकर सभी किसानों को आधार कार्ड लेकर बारी-बारी से बुलाकर खाद वितरण करवाया।
वहीं इस बीच यूरिया की कालाबाजारी की सूचना प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप कुमार को मिलने पर सत्तर गांव स्थित वार्ड नंबर 7 में जांच हेतु पहुंचे तो विधान ट्रेडर्स के कर्मचारी द्वारा पोस मशीन से गांव में जा कर बिना अनुमति के पर्ची काट रहे थे।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने पोस मशीन को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गए, उन्होंने बताया कि विधान ट्रेड्स पर एफआईआर किया जाएगा वहीं इस बात की जानकारी वरीय पदाधिकारी को भी दी गयी है, जैसा निर्देश प्राप्त होगा, वैसी कार्रवाई की जाएगी।