अपर मुख्य सचिव के पत्र की प्रति जलाकर शिक्षकों ने आदेश को बताया तुगलकी फरमान

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा शराबियों एवं शराब तस्करों की पहचान कर सूचना देने का आदेश निर्गत होने के बाद सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के शिक्षकों एवं शिक्षक संगठनों में उबाल है। इसका नतीजा है कि हर जगह शिक्षक एवं संगठनों की ओर से सरकार की आलोचना शुरू हो गई है।

इसी क्रम में सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के सलखुआ प्रखंड में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में रविवार को सलखुआ प्रखंड मुख्यालय परिसर पर आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ सलखुआ के प्रखंड अध्यक्ष सुदर्शन कुमार गौतम ने कहा कि शिक्षा विभाग के आला अधिकारी के द्वारा जारी किया गया पत्र शिक्षा का अधिकार अधिनियम एवं सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की खुलेआम अवहेलना है। बताया गया है कि शिक्षकों को जनगणना, आपदा एवं निर्वाचन के अतिरिक्त किसी अन्य कार्य में नहीं लगाया जा सकता है।

दूसरी ओर उसी आदेश में यह भी अंकित है कि जानकारी देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा लेकिन बिहार के सत्येंद्र दुबे जैसे ईमानदार अभियंता का नाम जब प्रधानमंत्री कार्यालय से लिक हो जाता है, एवं इस कारण उनकी हत्या तक हो जाती है तो इसकी क्या गारंटी है कि शिक्षकों का नाम लीक नहीं होगा।

हम बिहार में शिक्षक के रूप में पदस्थापित हुए हैं। हमारा काम बच्चों को शिक्षा देना है, न कि ऐसे उलूल जुलूल कार्यों को करना जिससे स्वयं के जान-माल पर बेवजह का खतरा हो। यह एक प्रकार से बिहार शिक्षकों का शासकीय हत्या करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार शिक्षकों के जान जोखिम में डालकर इस प्रकार का काम करवाना चाहती है दूसरी ओर जब यही शिक्षक अपने लिए बेहतर सुविधा की मांग करते है तो इन्हें स्थानीय निकाय का कर्मी बताकर पल्ला झाड़ लेती है।

बेहतर वेतन की बात तो दूर जो वेतन भी समय पर नहीं मिल पाता है। क्या शिक्षा विभाग के सबसे वरीय अधिकारी को यह नहीं पता कि शिक्षक का काम शिक्षण कार्य करना होता है चौकीदारी या अन्य कार्य नहीं। विभाग पहले ही दर्जनों कामों में शिक्षकों को उलझाए हुई है। अब एक और आदेश निर्गत कर वह शिक्षकों में भय का माहौल उत्पन्न करना चाहती है।

मौके पर सूर्यनारायण कुमार, सुदीन कुमार, मो. माहिर अली, कैलाश पासवान, संजय यादव, मुकेश कुमार, मो. खुर्शीद आलम, मो. रियाज आलम, अजय ठाकुर, शाहिद आलम, राजेश रंजन, उदित कुमार यादव, दिलीप पासवान, फुलेंदर पासवान, अशोक कुमार सिंह सहित अन्य ने भाग लिया।