अजीत यादव हत्याकांड से जुड़ता दिख रहा छोटे हत्याकांड का तार
- तोड़फोड़ व आगजनी का दर्ज होगा केस, भवेश के घर से जमीन के मिले बड़ी संख्या में कागजात
सहरसा : शहर के कहरा कुटी के पासवान टोला में रविवार को जमीन विवाद में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दिए जाने के मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया है। पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा कि हत्याकांड के मामले का शीघ्र पर्दाफाश होगा। इस मामले में अब तक चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हत्याकांड के मामले को लेकर पुलिस इसके हर बिदुओं की जांच कर रही है। अभी इसका अनुसंधान चल रहा है। मृतक के घरवालों की ओर से अब तक आवेदन नहीं मिला है। जिस कारण मामला सुलझ नहीं पा रहा है। आवेदन मिलते ही केस की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सोमवार को दिन में पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने घटनास्थल पर जाकर मामले की तहकीकात की और आसपास की स्थितियों का जायजा लिया। इस दौरान एसडीपीओ संतोष कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती, थानाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद मौजूद थे।
रविवार को जमीन विवाद को लेकर घटित हुई थी आगजनी व हत्या : पासवान टोला में भवेश पासवान एवं बनारसी पासवान के बीच जमीन विवाद पहले से चला आ रहा था। इसी विवाद में बाउंड्री कराने के दौरान शहर के बटराहा मुहल्ला का रहनेवाला छोटे यादव उर्फ लव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इसी हत्या को लेकर उपजे आक्रोश के कारण ही पासवान टोला करीब तीन घंटे तक रणक्षेत्र में तब्दील रहा। दो बाइक सहित एक चार पहिया वाहन को भीड़ द्वारा जला दिया गया। युवक की हत्या का आरोप बनारसी पासवान सहित घरवालों ने भवेश पासवान पर लगाया है। हालांकि अब तक आवेदन नहीं मिलने से एफ आई आर की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
पसरा है सन्नाटा : शहर के कहरा कुटी पासवान टोला स्थित भवेश पासवान के घर पर पुलिस कैंप किए हुए है। घटनास्थल पर 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पूरा सन्नाटा पसरा हुआ है। भवेश पासवान के घर सहित आसपास पुलिस कैंप किए हुए है। सदर थाना के एएसआई गोंडा राम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दोनों पक्षों के कई लोग पुलिस हिरासत में है। जिससे पूछताछ की जा रही है।
छोटे यादव हत्याकांड में नया मोड़ : शहर के कहरा कुटी के पासवान टोला में जमीन विवाद में एक युवक की हत्या के मामले ने अब दूसरा मोड़ ले लिया है। छोटे यादव की हत्या का तार लगभग डेढ़ साल पहले अजीत यादव हत्याकांड से जुड़ता दिख रहा है। रविवार को जमीन विवाद में हुए हंगामे के दौरान छोटे यादव के शव को वहां फेंका गया था। जबकि उसकी हत्या गोली मार कहीं और की गयी थी। एसपी लिपि सिंह जल्द पूरे मामले से पर्दा उठाने का दावा कर रही हैं। इस मामले में फिलहाल चार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
15 अगस्त 2020 को हुई थी अजीत की हत्या : प्राप्त जानकारी अनुसार 15 अगस्त 2020 में वर्चस्व की लड़ाई में महिषी थाना क्षेत्र के गोमरोहो ईदगाह चौक पर शनिवार को सुखासनी निवासी अजीत यादव की बदमाशों ने गोली मार हत्या कर दी थी। अजीत का भी आपराधिक इतिहास था। उस दिन दर्जनों की संख्या में अपाचे, पल्सर इत्यादि गाड़ी से युवकों का झुंड दो मोटरसाइकिल पर सवार युवकों को तलाशते हुए गमरहो ईदगाह चौक पर आया।
वह दोनों मोटरसाइकिल सवारों ने राजनपुर-कर्णपुर रोड से नाकुचेश्वर मंदिर से आगे बढ़कर गमरहो गांव की तरफ भागना चाहा। इसी दौरान सभी ने उसको पकड़ लिया तथा अजीत के सिर में गोली मार दी गयी थी। पुलिस के अनुसार इस मामले में छोटे यादव जेल भी गया था। वो फिलहाल बेल पर था।
बगीचे में की गयी हत्या : अजीत यादव हत्याकांड को लेकर बदले की नीयत से छोटे हत्या कर दी गयी। पुलिस के अनुसार हत्या विवादित जमीन से थोड़ी दूरी पर बगीचे में कर दी गयी। जहां से हत्या से जुड़े सबूत भी पुलिस ने बरामद किये हैं। मृतक का चप्पल भी मिला है। वहां खून का धब्बा भी है। इसकी हत्या कर दिए जाने के बाद लाश कैसे भवेश पासवान के घर के सामने लाया गया। यह तो जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
आगजनी व तोड़फोड़ को लेकर दर्ज होगी रिपोर्ट : भवेश पासवान के घर तोडफोड़ व आगजनी को लेकर रिपोर्ट दर्ज होगी। अब तक इस मामले में सदर पुलिस को आवेदन नहीं मिला है। लेकिन आगजनी की हिंसा को लेकर सदर थाना में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। हत्या को लेकर देर शाम तक आवेदन नहीं मिलने से हत्या का भी मामला दर्ज नहीं किया गया है।
भवेश के घर बड़ी मात्रा में मिला जमीन का काग़जात : शहर के कहरा कुटी समीप पासवान टोला वार्ड नंबर छह के निवासी भवेश पासवान के घर भूमि विवाद के कारण हुई तोड़फोड़ और आगजनी के बाद सदर पुलिस ने उसके घर से बड़ी संख्या में जमीन के कागजात और अन्य दस्तावेज बरामद किया है। इससे इस बात को बल मिल रहा है वो जमीन के कागजात तैयार करता था। पुलिस इस मामले में भू-माफियाओं की कुंडली तलाशने में जुटी है। पुलिस को आशंका है कि भूमि विवाद के खेल में कई सफेदपोश भी शामिल हैं।
शहरी क्षेत्र सहित नरियार मौजा अंतगर्त जमीन के दाखिल खारिज से लेकर अन्य कार्यों में वह निपुण था। उसकी पैठ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह न तो सरकारी कर्मी है और न ही अंचल कार्यालय में कहीं सरकारी सेवक के रूप में पदस्थापित है। बावजूद अंचल कार्यालय में जाकर राजस्व कर्मचारी- अधिकारी के साथ बैठकर वो काम करते मिल जाते थे।
भवेश पासवान के घर से बडी संख्या में जमीन का केवाला, रसीद, स्टांप पेपर सहित खतियानी कागजात आदि बरामद किया गया है। कागजातों का कई बंडल तो आग की भेंट चढ़ गया। आगजनी की घटना के बाद जो कागजात घर में बिखरा पड़ा था उसे समेटने में सदर पुलिस को तीन बड़े बोरा का इंतजाम करना पड़ गया। इसके घर में कम्प्यूटर सहित प्रिटर आदि भी लगे हुए थे।
बेचैन दिख रहे थे अंचलकर्मी : रविवार को जब भूमि विवाद में भवेश पासवान के घर पर हमला हुआ और आगजनी की सूचना मिली तो कहरा अंचल के कई कर्मी घटनास्थल के आसपास मंडराते दिखे। उनके चेहरे की हवाइयां उड़ रही थी। अंचल के कई कर्मी मौके पर बेचैन दिखे।
मुंशी के माध्यम से ही होता है काम : मुंशी के माध्यम से ही अंचल कार्यालय में लोगों का काम का निपटारा किया जाता है। सीधे कर्मी या अधिकारी के पास जाने के बाद महीनों तक चक्कर लगाने के बाद भी लोगों का काम नहीं होता है। आज भी दर्जनों लोग अपने दाखिल खारिज सहित अन्य कार्य को लेकर कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। इनपुट-दैनिक जागरण।