दोनों शवों को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले में अग्रतर कार्रवाई में जुटी
सहरसा : जिले के सलखुआ थाना एवं नवहट्टा थाना क्षेत्र में बाढ़ के पानी में डुबने से दो शख्स की असमय मौत हो गई। एक घटना सलखुआ थाना क्षेत्र के सितुआहा महादलित टोला की है तो दुसरी घटना चद्रायण पंचायत अंतर्गत जौड़ी गांव के रहने वाले एक शख्स की मौत महिषी प्रखंड के सरौनी के समीप कोशी नदी में डुबने से हो गई। पुलिस शव को कब्जे में ले कर मामले की छानबीन शुरू कर दिया है।
सलखुआ : थाना क्षेत्र के सितुआहा महादलित टोला में बीते शुक्रवार की शाम बाढ़ के पानी में एक व्यक्ति डूब गया। जिसका शव काफी खोजबीन के बाद सोमवार को ग्रामीणों के द्वारा बरामद किया गया। घटना में सितुआहा पंचायत के वार्ड नंबर 3 सितुआहा महादलित टोला निवासी 45 वर्षीय विनोद सादा की मौत डूबने से हो गई। सोमवार की सुबह शव बरामद होने पर सलखुआ पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया। वहीं घटना की सूचना पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ शव देखने के लिए उमड़ पड़ी। वहीं घटना को लेकर परिजनो का रोते-बिलखते बुरा हाल हो गया।
नवहट्टा : चंद्रायण पंचायत अंतर्गत जौड़ी गांव निवासी ब्रहृादेव मालाकार की मौत महिषी प्रखंड के सरौनी के समीप कोसी नदी में फूल तोड़ने के दौरान डूबने से हो गयी। स्वजनों ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर फूल की बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए सुबह चार बजे ही घर से निकले थे। सरौनी गांव के समीप कोसी के पानी में बहुतायत में कमल फूल खिले हुए हैं। फूल तोड़ने के क्रम में ही गहरे पानी में जाने के कारण डूबने से मौत हो गयी।
मृतक ब्रह्मदेव मंदिर, घर और दुकानों में फूल बेचकर अपना गुजारा करते थे। जन्माष्टमी के मौके पर फूल पहुंचाने में विलंब देखकर कुछ लोग उनके घर पर पहुंचे तो पता चला अब तक घर वापस नहीं आए हैं। अनहोनी की आशंका से ग्रामीण तटबंध किनारे खोजने निकले तो उसी क्रम में सरौनी के समीप पानी के किनारे शव दिखा। जिसकी पहचान ब्रह्मदेव मालाकार के रूप में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।