पहली घटना डिलेवरी ब्याय के साथ, दुसरी घटना महिला से छीनतई, तीसरी गोली मार सात लाख की लूट

सहरसा से V & N की रिपोर्ट : सहरसा में बेख़ौफ़ अपराधियों का तांडव,बाइक सवार अपराधियों ने 18 घंटे के अंदर लूट की तीन घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुलेआम दी चुनौती। महज कुछ ही घण्टे में तीन तीन लूट की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।वहीं अपराधियों द्वारा जिस तरह से एक के बाद एक घटना को अंजाम दिया जा रहा है उससे मानो पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है।

पहली घटना बीते देर शाम की है जब पार्सल भान से डिलेवरी देने जा रहे बाबुल कुमार से हथियार के बल पर 10 हजार रुपया और दो मोबाईल हवाई अड्डा के समीप से लूट लिया वहीं दूसरी घटना शहर के मुख्य बाजार डीबी रोड की है जहां PNB बैंक से 40 हजार की निकासी कर वापस लौट रही महिला से बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े 40 हजार रुपये छीन कर फरार हो गया ।

वही तीसरी घटना शहर के पूरब बाजार शिक्षक संघ रोड की है जहां दो बाइक पर सवार चार की संख्यां में अपराधियों ने हथियार के बल पर सैमसंग मोबाइल एजेंसी के कर्मचारी को गोली मारकर 7 लाख रुपये लूट कर फरार हो गया।

दरअसल शहर के मीरा टॉकीज रोड स्थित मोबाइल एजेंसी से सात लाख रुपये लेकर कर्मचारी सुनील कुमार ठाकुर पूरब बाजार स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा जा रहा था इसी दौरान पूर्व से घात लगाये दो मोटरसाइकिल सवार चार अपराधियों ने शिक्षक संघ रोड से आगे विशाल मेगा मार्ट के तरफ जाने वाली रोड में गोली मारकर सात लाख रुपये लुट लिये।

घटना के बाद मौजूद लोगों ने तत्काल जख्मी को निजी नर्सिंग होम में लाया जहां उसकी इलाज चल रही है। घटना के बारे में घायल सुनील ठाकुर की माने तो वह मीरा टॉकीज रोड स्थित मोबाइल दुकान से छह लाख रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा करने जा रहे थे उसी समय दो बाइक पर सवार चार अपराधी गोली मारकर रुपये लूट कर फरार हो गया।

वहीं दूसरी घटना में पीड़िता रजलीना खातून ने बताई की वह PNB बैंक से40हजार रुपैये निकाल लौट रहे थे उसी समय बाइक सवार अपराधियो झोला में रखा रुपैये छीन कर फरार हो गया। वहीं मौके पर मौजूद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने भी कहा कि अपराधियों ने लूट व छिनतई की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस पूरी घटना पर तफ़्तीश शुरू कर दिया है।

शीघ्र ही अपराधी पुलिस के गिरफ्त में रहेगा। सच मायने में जिस तरह बेलगाम अपराधियों ने एक एक कर लूट की घटना को अंजाम दिया है उससे साफ लगता है कि सहरसा में पुलिस का ख़ौफ़ समाप्त हो रहा है। जरूरत है पुलिस को ऐसे घटना को नियंत्रित करने की।