पंचायत चुनाव को लेकर बुथों का भौतिक सत्यापन करने दियारा पहुंचे बीडीओं

सलखुआ : सरकार सुदूरवर्ती क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लाख दावें कर लें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और नजर आती है। मैनेज सिस्टम पर आज भी सब-कुछ चलता है कोशी तटबंध के अन्दर दियारा में। कोविड की वज़ह से महिनों विद्यालय बंद रहा। लेकिन जब सरकार ने गाइडलाइन के अनुसार स्कूल खोलने की घोषणा कर दी लेकिन यहां यह घोषणा लागू नहीं हुआ।

यू तो नियमित स्कूल संचालक के समय भी यहां स्कूल खुलने या बंद रहने में विशेष फर्क नहीं दिखता था कारण मैनेज सिस्टम।

खैर उपरोक्त जितनी भी बातें कही गई उसकी एक बानगी की पोल बुधवार को सलखुआ प्रखंड अंतर्गत पूर्वी कोशी तटबंध के स्कूलों में देखने को मिली। अधिकांश विद्यालय पूर्णतः बंद मिले। ऐसा नहीं कि दो चार दिन पहले खुला था आज बंद है। अधिकांश विद्यालय कोविड से पहले जो बंद हुआ आज तक नहीं खुला।

स्कूल निरीक्षण का यह मौका माननीय बीडीओ साहब को इसलिए मिला कि कुछ दिनों बाद पंचायत चुनाव होने वाली है। वरीय अधिकारियों ने सभी बीडीओ को अपने अपने क्षेत्र में मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया। जब बीडीओ साहब भौतिक सत्यापन करने दियारा पहुंचे तो एक स्कूल से दुसरे स्कूल (बुथ) घुमते रहे स्कूल बंद मिलते रहे।

करीब दस से पंद्रह स्कूल जब बंद मिले तो वो खुद हैरान परेशान हो वापस आ शिक्षकों पर कार्रवाई की बात कह बंद स्कूलों के शिक्षकों व एचएम से स्पष्टीकरण पुछने की बात कही। बतौर बीडीओ सलखुआ ने बताया कि सबसे पहले वो मध्य विद्यालय रेहरवा पहुंचे जहां एचएम सहित सभी शिक्षक नदारद मिले।

यही कुछ हाल मध्य विद्यालय अलानी एचएम पवन कुमार सहित कुल शिक्षक 12 गायब, विद्यालय बंद, मध्य विद्यालय बेलाही देवेन्द्र यादव सहित कुल शिक्षक 4 गायब, विद्यालय बंद, एनपीएस बगुलवाटोला एचएम विजेता कुमारी, प्राथमिक विद्यालय बलियार एचएम नरेश पासवान, मध्य विद्यालय कामस्थान एचएम मिथलेश पासवान, एनपीएस शिशवा एचएम जीवेश कुमार, प्राथमिक विद्यालय बसाही मुरारी कुमार, भिरखी एचएम राजेश रंजन, सेवती एचएम नरेश कुमार आदि स्कूल बंद, शिक्षक सहित एचएम गायब मिला। हालांकि सहुरिया में एचएम अशोक कुमार उपस्थित थे परंतु अन्य शिक्षक गायब मिले।

बीडीओ ने बताया कि निरीक्षण में 15 से 16 विद्यालय पूर्णतः बंद मिले। सभी विद्यालयों में ताला लटका मिला। जबकि मात्र दो विद्यालय खुले थे उनमें भी मात्र दो ही शिक्षक मौजूद थे अन्य शिक्षक गायब थे। वहीं बीडीओ से स्थानीय लोगों ने विद्यालयों के अधिकतर समय बंद रहने की शिकायत की साथ ही बताया कि यहां अक्सर महीनों में मुश्किल से शिक्षक विद्यालय खोलते हैं।

विद्यालयों के बंद रहने से भौंचक बीडीओ ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की सूचना वरीय अधिकारियों को लिखित रूप में भेजी जा रही है व शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सविता कुमारी ने बताया कि मामला की जानकारी मिली है दोषी शिक्षकों व एचएम के गायब रहने पर संबंधित शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों पर आवश्यक सख्त कार्रवाई होगी। जबकि बीआरसी में शिक्षकों को अक्सर उपस्थिति की जानकारी मांगी जाती है। ये शिक्षकों की बड़ी लापरवाही है। ऐसे शिक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा।

अब देखने वाली बात होगी कि आगे क्या होगा? क्या उपरोक्त मैनेज सिस्टम लागू होगा या फिर दोषी एचएम व गायब शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। यह बड़ा सवाल है…!