सहरसा नगर परिषद को नगर निगम में नीतीश कैबिनेट में नहीं लगी थी मुहर
सहरसा से V & N की रिपोर्ट : गत दिनों नीतीश सरकार ने सुबे के 160 नगर निकायों का विस्तारीकरण, नन गठन, अपग्रेडेशन को लेकर कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पारित किया था लेकिन सहरसा नगर परिषद क्षेत्र का नगर निगम में प्रस्तावना को जगह नहीं दिया गया। हालांकि जिले को चार नगर पंचायत एवं एक नया नगर परिषद का अपग्रेड का तौफा मिला।
सहरसा को नगर परिषद से नगर निगम में अपग्रेड नहीं करने को लेकर राजनीति अब शुरू होते नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर सहरसा को निगम का दर्जा नहीं मिलने पर आमजनों ने नेताओं एवं सरकार पर सहरसा की अनदेखी का आरोप लगाया। वही सहरसा की भाजपा लीडर लाजवंती झा द्वारा सुबे के नगर विकास मंत्री से मिलकर सहरसा को नगर निगम का दिलाने की दिशा में मांग की गई थी।
उसके बाद मंगलवार को नगर निगम बनाने को लेकर विपक्षी दल आरजेडी भी सामने आ गई है। महिषी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी प्रत्याशी रहें पूर्व बीडीओ डॉ गौतम कृष्ण ने मंगलवार को प्रेस वार्ता का आयोजन कर कोसी प्रमंडल के मुख्यालय सहरसा को बिहार सरकार कैबिनेट के द्वारा नगर निगम नही बनाए जाने पर आपत्ति जताया है और आन्दोलन की चेतावनी दी है।
आरजेडी नेता ने कहा कि सहरसा को विकास की उपेक्षा की दृष्टि से रखा गया है जबकि जिले के सोनवर्षाराज, सौरबाजार, नवहट्टा प्रखंड को नगर पंचायत बनाकर झुनझुना थमाया गया है, लेकिन सहरसा को नगर निगम नही बनाया जाना बेहद अप्पतिजनक है। हम सरकार से दरख्वास्त करते हैं कि आप पुनः एकबार विचार करके इसकी घोषणा करें नही तो सभी विपक्षी पार्टियों द्वारा एक बहुत बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों सांसद, विधायक की बातों को सरकार तबज्जो नही दे रही है इसलिए उपेक्षा कारण बना है। कुल मिलाकर कर कहा जा सकता है कि सहरसा को नगर निगम का दर्जा नहीं मिलने का मामला आगे एक बड़ा मुद्दा बनेगा !